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  • पुरानी बबासीर, पुराना भगन्दर, नासूर, काँच उतरना आदि पर सम्मेलन 23-24 अगस्त को

    पुरानी बबासीर, पुराना भगन्दर, नासूर, काँच उतरना आदि पर सम्मेलन 23-24 अगस्त को

    उपस्थित डॉक्टर्स।

    वाराणसी: आईएमएस बीएचयू में फेलोशिप ऑफ द इण्टरनेशनल सोसाइटी ऑफ कोलो प्रोक्टोलॉजी कॉन्फ्रेंस (FISCPCON.2025) का आयोजन चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (आईएमएस बीएचयू) के जनरल सर्जरी विभाग द्वारा किया जा रहा है। यह प्रतिष्ठित शैक्षणिक कॉन्फ्रेंस 23-24 अगस्त 2025 को केएन उडुपा ऑडिटोरियम, आईएमएस बीएचयू, वाराणसी में आयोजित होने जा रहा है। जिसमें देशभर से ख्याति प्राप्त चिकित्सा विशेषज्ञों और शोधकर्ता भाग ले रहे है। इस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न कोलो प्रोक्टोलॉजी (जैसे पुरानी बबासीर, पुराना भगन्दर, नासूर, काँच उतरना) प्रक्रियाओं का विस्तृत चरणबद्ध विवरण एवं चर्चा, पूरे भारत से प्रख्यात संकाय द्वारा पैनल चर्चा, वाद विवाद और वैज्ञानिक विचार-विमर्श, शोधपत्र और पोस्टर प्रस्तुति. लाइव ऑपरेटिव वर्कशाप एवं फेलोशिप परीक्षा आयोजित करना है। यह कॉन्फ्रेंस द इण्टरनेशनल सोसाइटी ऑफ कोलोप्रोक्टोलॉजी (ISCP) के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है। ISCP के अध्यक्ष डॉ. प्रंशात रहाटे, सचिव डॉ. लक्ष्मीकान्त लाडुकर, कोषाध्यक्ष शांति वर्धनी एवं शैक्षणिक संयोजक डा. दिनेश शाह है।
    इस प्रतिष्ठित कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो० (डॉ.) राज कुमार, निदेशक, राजेन्द्र इन्स्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS), रॉची, झारखण्ड के कर कमलों द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर कार्यशाला के संरक्षक डॉ. एस.एन. संखवार, निदेशक, आईएमएस बीएचयू एवं सह-संरक्षक डॉ. संजय गुप्ता, डीन, फैकल्टी ऑफ मेडिसीन, डॉ. गोपाल नाथ, डीन (रिसर्च) एवं डॉ. एस.के. गुप्ता, सीनियर प्रोफेसर, जनरल सर्जरी विभाग, आईएमएस बीएचयू उपस्थित रहेगें।
    इस कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. एस.के. भारतीय, (विभागाध्यक्ष, जनरल सर्जरी), ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. एस. के. तिवारी एवं ट्रेजरर डॉ. संजय कुमार सरोज है।


  • मासिक धर्म के दौरान संतुलित आहार और उचित पोषण की आवश्यकता पर प्रो. संगीता राय ने दिया जोर

     मासिक धर्म के दौरान संतुलित आहार और उचित पोषण की आवश्यकता पर प्रो. संगीता राय ने दिया जोर

    प्रो. संगीता राय, स्त्री रोग व प्रसूतितंत्र एक्सपर्ट।

    वाराणसीः इंटरनेशनल हिंदू स्कूल, नागवा, लंका, वाराणसी में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम साथिया केंद्र (ओपीडी 201), इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस), सर सुंदरलाल अस्पताल, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) द्वारा ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड, नई दिल्ली और नेशनल हेल्थ मिशन, यूपी सरकार के साथ संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य फोकस मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता, साथ ही एचपीवी और इसके टीकाकरण के माध्यम से रोकथाम पर था।
    इस कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ संगीता राय, आईएमएस बीएचयू की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एडोलेसेंट हेल्थ एंड डेवलपमेंट की नोडल अधिकारी ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन संतोश कुमार तिवारी, स्कूल के प्रिंसिपल ने किया।

    प्रोफेसर राय ने अपने सत्र की शुरुआत मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व पर चर्चा करते हुए की, जिसमें मासिक धर्म के दौरान संतुलित आहार और उचित पोषण की आवश्यकता पर जोर दिया गया। उन्होंने मासिक धर्म चक्र के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला, संक्रमण को रोकने और आराम बढ़ाने के लिए सैनिटरी नैपकिन के उपयोग की वकालत की।

    चर्चा में सैनिटरी नैपकिन के निपटान पर व्यावहारिक सलाह भी शामिल थी, जिसमें जिम्मेदार अपशिष्ट प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया गया था। प्रोफेसर राय ने सामान्य चिंताओं जैसे पीरियड दर्द को संबोधित किया, प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि यह एक सामान्य अनुभव है और राहत के लिए गर्म पानी चिकित्सा जैसे उपचारों का सुझाव दिया।

    मासिक धर्म स्वास्थ्य के अलावा, प्रोफेसर राय ने एंडोमेट्रियोसिस के बारे में जागरूकता बढ़ाई, किसी भी जटिलता के संबंध में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ खुलकर संवाद करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) और इसके गर्भाशयग्रीवा कैंसर के साथ जुड़ाव के बारे में शिक्षित किया, निवारक उपायों और एचपीवी टीकाकरण के महत्व का विवरण दिया।

    कार्यक्रम में 262 किशोर लड़कियों ने भाग लिया, और इसका समापन प्रोफेसर राय द्वारा छात्रों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देने के साथ एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिससे इन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषयों की गहरी समझ को बढ़ावा मिला।

    इस पहल ने युवा किशोरों के बीच महिलाओं के स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम चिह्नित किया। किशोर क्लिनिक के परामर्शदाता श्री हर्ष कुमार सिंह और श्री मजाहिर अब्बास हैदरी और समर्पित इंटर्न प्रिंस पांडेय, प्रिंस चौरसिया और प्रीति गुप्ता ने कार्यक्रम के लिए संसाधनों की सुविधा और आयोजन किया।

  • बीएचयू में डॉक्टरों को दी गई अल्ट्रासाउंड की ट्रेनिंग, गंभीर बीमारियों की पहचान होगी आसान

    बीएचयू में डॉक्टरों को दी गई अल्ट्रासाउंड की ट्रेनिंग, गंभीर बीमारियों की पहचान होगी आसान

    प्रतीकात्मक चित्र।

    वाराणसीः चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस), काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग तथा रेडियोलॉजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्रो. के.एन. उडुपा सभागार में एक दिवसीय "स्त्री रोग अल्ट्रासाउंड कार्यशाला" का सफलतापूर्वक समापन हुआ। "एडनेक्सल मास और एंडोमेट्रियोसिस की पहेली को सुलझाना" विषय पर आधारित इस कार्यशाला का उद्देश्य नैदानिक अल्ट्रासाउंड में विशेषज्ञता बढ़ाना और महिला स्वास्थ्य देखभाल में उन्नत दृष्टिकोण को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम का नेतृत्व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रो. संगीता राय और रेडियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अमित नंदन द्विवेदी ने किया।

    उद्घाटन सत्र में प्रो. एस.एन. संखवार, निदेशक, आईएमएस बीएचयू; प्रो. संजय गुप्ता, डीन, आईएमएस बीएचयू; प्रो. गोपाल नाथ, डीन (अनुसंधान), आईएमएस बीएचयू; और प्रो. के.के. गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक, एस.एस. अस्पताल जैसे प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। उन्होंने इस पहल की नैदानिक प्रासंगिकता और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सराहना की।

    कार्यशाला में क्षेत्र भर के प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञों, रेडियोलॉजिस्ट और स्नातकोत्तर छात्रों ने भाग लिया। इसमें विशेषज्ञ व्याख्यान, इंटरैक्टिव चर्चा और हैंड्स-ऑन अल्ट्रासाउंड प्रशिक्षण सत्रों का एक समृद्ध मिश्रण प्रस्तुत किया गया। डॉ. माला सिबल और डॉ. लदबंस कौर की उत्कृष्ट प्रस्तुतियाँ कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में से थीं, जिनके व्याख्यानों ने उन्नत अल्ट्रासाउंड इमेजिंग तकनीकों और सटीक निदान के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण पर गहरी जानकारी प्रदान की। प्रतिभागियों ने अत्याधुनिक इमेजिंग तकनीकों पर अद्यतन ज्ञान प्राप्त किया, अपने नैदानिक कौशल को परिष्कृत किया और एडनेक्सल मास एवं एंडोमेट्रियोसिस के प्रभावी प्रबंधन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया।

    वैज्ञानिक कार्यक्रम की सुव्यवस्थित सामग्री, व्यावहारिक शिक्षण मॉड्यूल और चिकित्सकों एवं शिक्षाविदों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर देने के लिए व्यापक रूप से सराहना की गई। आयोजन सचिव डॉ. प्रमोद कुमार सिंह ने सभी व्यवस्थाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। डॉ. साक्षी अग्रवाल की सूक्ष्म योजना और अथक समन्वय के लिए विशेष सराहना की गई, जो इस आयोजन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण थे। उन्होंने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए संकाय सदस्यों, प्रतिभागियों और सहयोगी कर्मचारियों को उनके उत्साहपूर्ण सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

    कार्यशाला में शहर के कई प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें प्रो. अनुराधा खन्ना, डॉ. सुधा सिंह, डॉ. नीलम ओहरी, प्रो. सुलेखा पांडे, प्रो. निशा रानी, प्रो. मधु जैन, प्रो. उमा पांडे, प्रो. लवीना चौबे, प्रो. अंजलि रानी, डॉ. शालिनी टंडन, डॉ. अर्चना शाह, प्रो. शिखा सचान, डॉ. अमिता, डॉ. सूची और डॉ. जिज्ञासा सिंह शामिल थीं।

  • श्रुति नागवंशी को थाईलैंड में 'एक्सीलेंस इन प्रोमोटिंग ह्यूमन डिग्निटी' पुरस्कार

    श्रुति नागवंशी को थाईलैंड में 'एक्सीलेंस इन प्रोमोटिंग ह्यूमन डिग्निटी' पुरस्कार

    सुश्री श्रुति नागवंशी।

    थाईलैंड / वाराणसी: विगत 26 जुलाई 2025 को वाराणसी (काशी) की मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं सामाजिक नेता श्रुति नागवंशी को "एक्सीलेंस इन प्रोमोटिंग ह्यूमन डिग्निटी एंड सोशल लीडरशिप" पुरस्कार से थाईलैंड के फुकेत में आयोजित रेडियो सिटी बिजनेस टाइटन्स अवार्ड्स 2025 में सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्लोबल आइकन सोफी चौधरी ने भारत और विदेश के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में प्रदान किया।

    काशी से वैश्विक मंच तक का सफर

    श्रुति नागवंशी, जो जनमित्र न्यास की संस्थापक और PVCHR (पीपल्स विजिलेंस कमेटी ऑन ह्यूमन राइट्स) की सह-संस्थापक हैं, को दलित महिलाओं, बच्चों और वंचित समुदायों के अधिकारों के लिए दो दशकों के संघर्ष हेतु यह सम्मान मिला। उन्होंने अपने स्वीकृति भाषण में कहा:

    "यह पुरस्कार मेरा अकेला नहीं है। यह उन हर महिला का है जिसने चुपचाप प्रतिरोध किया, हर बच्चे का जिसने साहस से सपने देखे, और हर परिवार का जिसने आशा की हिम्मत दिखाई।"

    परिवर्तन की मिसाल: PVCHR के प्रयास

    • 1996 में PVCHR की स्थापना कर श्रुति ने जातिगत भेदभाव, स्वास्थ्य व शिक्षा के अधिकारों के लिए काशी के गाँवों से लेकर राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय मंचों तक आवाज़ उठाई।

    • 2017 में CRY (चाइल्ड राइट्स एंड यू) के साथ मिलकर वाराणसी के 50 गाँवों में मातृ-शिशु मृत्यु दर में भारी कमी लाई।

    • G20 इंटरफेथ फोरम, UN वीमेन और फोर्ड फाउंडेशन की रिपोर्ट "हम: व्हेन वीमेन लीड" (2024) में उनके कार्यों को उल्लेखित किया गया।

    काशी में जोरदार स्वागत

    फुकेत से लौटने पर PVCHR कार्यालय, वाराणसी में श्रुति का ढोल-नगाड़ों और फूलमालाओं से स्वागत किया गया। स्थानीय नेता दिलीप सोनकर ने उन्हें घर पर सम्मानित करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा:

    "श्रुति नागवंशी को इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मान के लिए हार्दिक बधाई। बाबा विश्वनाथ और माँ विंध्यवासिनी उनके मार्ग को प्रकाशित करें!"

    भविष्य की राह

    श्रुति की सह-लिखित पुस्तक "Margins to Centre Stage: Empowering Dalits in India" (डॉ. अर्चना कौशिक के साथ) भारत में जाति, लिंग और लोकतंत्र पर एक मौलिक संसाधन है। उनका विजन स्पष्ट है:

    "विकास तभी सार्थक है जब वह गरिमा के साथ हो।"


    PVCHR की ओर से:
    "हम श्रुति नागवंशी को इस उपलब्धि पर बधाई देते हैं। यह सम्मान PVCHR के सामूहिक संघर्ष और 'न्यायपूर्ण समाज' के सपने को समर्पित है।"

    📻 रेडियो सिटी वाराणसी से बातचीत में श्रुति ने कहा: "सच्ची सफलता पुरस्कारों में नहीं, बल्कि उन जीवनों में है जिन्हें हम उठाते हैं।"

  • बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज ने वाल्मीकि समाज के बच्चों को पढ़ाने पर दिया जोर

    बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज ने वाल्मीकि समाज के बच्चों को पढ़ाने पर दिया जोर

    अधिवेशन में महासा के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र अजय पदम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन डागर, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश धौलपुर, प्रदेश महासचिव नवीन चंदेल और अन्य गुरु जी बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज को सम्मानित करते हुए।

    -वाल्मीकि समाज की रीढ़ की हड्डी हैं बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज : राजेंद्र अजय पदम

    -अखिल भारतीय वाल्मीकि महासा का 18वां दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू

    इटारसी/जालंधर : अखिल भारतीय वाल्मीकि महासा का 18वां दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन मध्य प्रदेश के इटारसी जिले में शनिवार को शुरू हुआ। इस कार्यक्र म की अध्यक्षता उज्जैन से राज्यसभा सांसद परम श्रद्धा गुरु जी बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज ने की। उन्होंने समाज को संदेश दिया कि मेरा जीवन वाल्मीकि समाज की सेवा के लिए न्यौछावर है। राष्ट्र के हर जिले में यही मकसद लेकर जा रहा हूं कि आधी रोटी खाएंगे बच्चों को पढ़ाएंगे। बड़ा आदमी बनेंगे झाड़ू नहीं लगाएंगे।

    अधिवेशन में अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र अजय पदम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन डागर, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश धौलपुर, प्रदेश महासचिव नवीन चंदेल और प्रदेश संगठन मंत्नी ओमप्रकाश परोचिया व पंजाब के पदाधिकारियों के साथ गुरु जी बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज को ब़डी पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया।

    गुरुजी ने पूरे भारतवर्ष के वाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा की परिस्थितियों कोई भी हो, चाहे खाना एक टाइम का ही खाना लेकिन वाल्मीकि समाज के बच्चों को शिक्षा हर हाल में दिलानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि वोही समाज आगे बढ़ सकता है, जिसके बच्चे शिक्षा को अपना लेते हैं। हमारे समाज को भी आज एक प्रतिज्ञा लेनी होगी कि हर परिवार अपने बच्चों को पढ़ाए लिखाएगा। ताकि वह व्यापार, कारोबार और हर क्षेत्र में नौकरियां हासिल कर एक ऊंचे मुकाम तक पहुंच पाएं। उन्होंने कहा कि समाज को अपने ऊपर लगे झाड़ू के कलंक को हटाने के लिए इस कम से हमेशा के लिए तौबा करनी होगी। किसी भी हालत में समाज के बच्चे झाड़ू की नौकरी नहीं करेंगे। अंत में गुरु जी बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज लोगों को साधुवाद दिया।

    अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र राज्य पदम ने संबोधित करते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए गुरुजी बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज दिन रात काम कर रहे हैं। वह समाज की रीढ़ की हड्डी हैं। वह बच्चों की शिक्षा को लेकर चल रहे हैं और समाज उनके साथ खड़ा हैं। इस मौके पर सतीश करोसिया, मनीष गोहरिया, अमन गागोलिया, नीरज वाल्मीकि, पंजाब से राजिंदर गिल के अलावा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से वाल्मीकि समाज के पदाधिकारी पहुंचे।

    महासा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल राजा राजस्थान कोटा, मोहन लाल बगान पंजाब, शंकर वाल्मीकि उत्तर प्रदेश, कन्हैया लाल कालोसिया राजस्थान, शिवलाल तेजी बीकानेर राजस्थान, राजेंद्र कुमार अलावलपुर पंजाब, अजय नाहर उत्तर प्रदेश, मनोज वाल्मीकि कोलकाता, रूपेश वाल्मीकि कोलकाता, पुरु षोत्तम टैगोर मध्य प्रदेश, विवेक गुरु गाडरवारा, प्रशांत गुरु गाडरवारा, मनजीत सापति इटारसी भी अधिवेशन में खास तौर पर शामिल हुए।

हमारा मोर्चा के संचालक और कार्यकारी संपादक कामता प्रसाद Next.js पर वेबसाइट बनाने का काम करते हैं और यही उनकी आजीविका का जरिया है। हमारा मोर्चा को बनाने के लिए उन्होंने HTML, CSS और JavaScript सीखी। फिर Tailwind CSS, React.js, Node.js पर हाथ साफ किया और Next.js 15 की जमकर प्रैक्टिस की और अभी भी कर ही रहे हैं। इस तरह से इंडस्ट्री स्टैंडर्ड पर खुद को खरा उतारने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। चूँकि कामता प्रसाद हिंदी-अंग्रेजी के अलावा उर्दू भी जानते हैं तो कांटेंट राइटिंग में भी आप उनसे मदद ले सकते हैं। बस, आम लोगों की जानकारी के लिए, नेक्स्ट.जेएस पर बनी वेबसाइट वर्सेल पर मुफ्त में होस्ट हो सकती है वर्ना बाजार में ठग बैठे हैं और हर साल आपसे पैसा वसूलेंगे, जबकि मैं सिर्फ एक बार पारिश्रमिक लूँगा और ताला-कुंजी सब आपके हवाले कर दूँगा।

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