6 नवंबर 2025 को 11:43 am बजे
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राजकुमार भारत ने राघोपुर में दी नई राजनीति और ग्राम स्वराज की पुकार

राजकुमार भारत ने राघोपुर में दी नई राजनीति और ग्राम स्वराज की पुकार

संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली (भारत) के नेतृत्व में सवा साल तक चले किसान–मज़दूर–कामगार जन आंदोलन ने दिल्ली की सीमाओं से लेकर देश के हर गाँव तक अपनी मांगों को मनवाने की लड़ाई लड़ी। इस ऐतिहासिक संघर्ष के परिणामस्वरूप तीन कृषि कानून रद्द हुए और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की माँग पूरे देश की आवाज़ बनी।

इन्हीं विचारों को साझा करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (भारत), ग्राम स्वराज आंदोलन भारत और किसान जागृति अभियान के संस्थापक, सर्वोदय किसान नेता एवं राष्ट्रीय मुख्य महासचिव राजकुमार भारत ने बिहार प्रदेश के 128 राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के 44 ग्राम पंचायतों के 408 वार्डों में आयोजित किसान–मज़दूर पंचायत, नुक्कड़ सभाओं और बैठकों को संबोधित किया।

राजकुमार भारत ने संयुक्त किसान मोर्चा की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा एवं अखिल हिन्द फारवर्ड ब्लॉक क्रांतिकारी पार्टी की प्रत्याशी शीलम झा भारती को चुनाव में समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जनता अपने आशीर्वाद, सहयोग और वोट के बल पर क्षेत्र की सभी समस्याओं का समाधान करे और व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ाए।

राजकुमार भारत ने बताया कि शीलम झा भारती की दादी बनारसी देवी 1957 में वैशाली जिले की पहली महिला विधायक बनी थीं। उनके दादा चंद्रिका प्रसाद झा कांग्रेस के अध्यक्ष और जिला परिषद अध्यक्ष रहे, जिन्होंने वैशाली जिले की नींव रखी। आज का वैशाली जिला उनके ही योगदान का परिणाम है।

राजकुमार भारत ने कहा कि यह परिवार मानवता की सेवा और व्यवस्था परिवर्तन के मूल्यों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने ग्राम स्वराज और हिन्द स्वराज के सिद्धांतों पर आधारित शासन की स्थापना की बात कही — ऐसा शासन जहाँ गाँव को कानून बनाने का अधिकार हो और न्यायालय भी गाँव में हो।

उन्होंने जनता से अपील की कि वे जातिवाद, परिवारवाद और नफ़रत फैलाने वाली राजनीति को ठुकराएँ। उन्होंने कहा कि राजग और इंडिया गठबंधन दोनों ही पूंजीपतियों से चंदा लेकर उन्हीं के पक्ष में कानून बनाते हैं। ये दल जनता के खून-पसीने की कमाई लूटने वाले कारपोरेट घरानों के हित में काम करते हैं।

राजकुमार भारत ने सवाल उठाया कि जब विधायक और सांसद अपने वेतन, भत्ते और पेंशन 15 मिनट में बढ़ा सकते हैं, तो आम जनता को समान अधिकार और सम्मान क्यों नहीं मिलता? उन्होंने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करने और किसानों के हित में कानून बनाने की माँग की।

उन्होंने कहा कि बिहार में 70 साल से अधूरी उत्तर कोयल नहर परियोजना आज भी किसानों तक पानी नहीं पहुँचा सकी, जबकि इसका खर्च पहले लाखों में था, अब यह करोड़ों–अरबों में पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री केवल घोषणाएँ करते हैं, धरातल पर कुछ नहीं बदलता।

राजकुमार भारत ने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे वोट की ताकत को समझें और नई आज़ादी की लड़ाई में शामिल हों। उन्होंने कहा —

“अपने को पहचान और दुश्मन को ले जान ऐ मेरे भोले इंसान।”

सभा में अखिल हिन्द फारवर्ड ब्लॉक क्रांतिकारी पार्टी के महासचिव बाल गोबिंद, राजेश्वर पासवान, शैलेश राही, सूर्यदेव राजवंशी, राजाराम यादव, जग नारायण, सुमन कुमार, डॉ. उपेंद्र, डॉ. विजय यादव, रजत शर्मा (अधिवक्ता, हाई कोर्ट) सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

शीलम झा भारती ने अपील की कि सभी बहन–भाई बूथ स्तर से संगठन मजबूत करें, स्वयं नेता बनें और 6 नवम्बर 2025 को विधानसभा चुनाव में बदलाव की दिशा में निर्णायक वोट दें।

उन्होंने कहा —

“आओ, नये बिहार और नये भारत के निर्माण में जुट जाएँ —
ऐसा भारत जहाँ कोई भूख, गरीबी, बेरोजगारी या नफ़रत से न मरे।
यही हमारे शहीदों और नेता राजकुमार भारत जी का सपना है।”