वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हिंदी विभाग की पोस्ट-डॉक्टरल फेलो डॉ. पूजा यादव ने फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित प्रतिष्ठित संस्था INALCO (Institut National des Langues et Civilisations Orientales) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अपना शोध-पत्र प्रस्तुत किया।
ऐतिहासिक संगोष्ठी
यह संगोष्ठी उर्दू साहित्य एवं अध्ययन विषय पर केंद्रित थी और यूरोप में इस विषय पर आयोजित होने वाली पहली संगोष्ठी के रूप में ऐतिहासिक मानी जा रही है। यह आयोजन 24-25 सितंबर 2025 को संपन्न हुआ, जिसमें विभिन्न देशों से आए प्रख्यात विद्वानों और शोधार्थियों ने भाग लिया।
शैक्षणिक यात्रा और उपलब्धि
डॉ. पूजा यादव ने एम.ए. और पीएच.डी. दोनों ही बीएचयू के हिंदी विभाग से पूर्ण किए हैं। वर्तमान में वे प्रो. श्रद्धा सिंह के निर्देशन में पोस्ट-डॉक्टरल शोध कर रही हैं। इस संगोष्ठी में उनके शोध-पत्र का चयन और प्रस्तुतीकरण विश्वविद्यालय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण उपलब्धि है।
अकादमिक विमर्श और सहयोग
सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत किए गए शोध-पत्रों पर गहन अकादमिक विमर्श हुआ। प्रतिभागियों ने एक-दूसरे के कार्य को गंभीरता से सुना, सकारात्मक सुझाव दिए और परस्पर सम्मान एवं सहयोग की भावना प्रदर्शित की। यह संगोष्ठी केवल शैक्षणिक आदान-प्रदान का मंच ही नहीं रही, बल्कि नए विचारों और शोध की संभावनाओं को भी दिशा देने वाली सिद्ध हुई।
INALCO का महत्व
यह उल्लेखनीय है कि INALCO, 17वीं शताब्दी से प्राच्य भाषाओं और साहित्य के अध्ययन में संलग्न यूरोप की एक प्राचीन एवं प्रतिष्ठित संस्था है। इस संगोष्ठी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व डॉ. पूजा यादव द्वारा किया जाना विश्वविद्यालय के लिए गर्व और गौरव की बात है।