16 सितंबर 2025 को 11:34 am बजे
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बीएचयू में गंभीर रक्त रोग से पीड़ित बच्चे का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट

बीएचयू में गंभीर रक्त रोग से पीड़ित बच्चे का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट

तस्वीर में एकदम बाएं डॉ. विनीता गुप्ता, उनके बगल में प्रो. एसएन शंखवार, डॉ. प्रियंका अग्रवाल और प्रो. संदीप कुमार

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में 9 साल के एक बच्चे का सफल बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया। यह बच्चा सीवियर एप्लास्टिक एनीमिया नामक गंभीर और दुर्लभ बीमारी से पीड़ित था। इस रोग में अस्थिमज्जा (बोन मैरो) खून की नई कोशिकाएँ बनाना बंद कर देती है। ऐसे मरीजों को बार-बार खून और प्लेटलेट्स चढ़ाने पड़ते हैं, और बिना ट्रांसप्लांट के लंबे समय तक जीवित रहना मुश्किल हो जाता है।

बच्चे को ट्रांसप्लांट से पहले लगातार खून और प्लेटलेट्स की आवश्यकता होती थी। गहन निगरानी और विशेषज्ञ टीम की देखरेख में यह जटिल प्रक्रिया सफलतापूर्वक की गई। अब बच्चे की हालत स्थिर है और वह ठीक हो रहा है।

यह जीवनरक्षक ऑपरेशन बीएचयू के बाल रोग विभाग के पीडियाट्रिक हीमेटोलॉजी ऑन्कोलॉजी/ बोन मैरो ट्रांसप्लांट डिवीजन के डॉक्टरों की टीम ने किया। इसमें प्रोफेसर विनीता गुप्ता, डॉ. प्रियंका अग्रवाल, प्रो. संदीप कुमार (ब्लड बैंक प्रभारी), प्रो. ईशान कुमार (रेडियोलॉजी विभाग), प्रो. नेहा सिंह (फ्लो साइटोमेट्री लैब, एचबीसीएच), डॉ. नवीन और डॉ. चंद्रदीप सहित पैथोलॉजी विभाग, ब्लड बैंक तकनीशियनों, जूनियर रेज़िडेंट्स और नर्सिंग अधिकारियों ने मिलकर काम किया।

अब तक बीएचयू में 35 बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो चुके हैं, जिनमें रक्त कैंसर (एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया), बच्चों के ठोस ट्यूमर और एप्लास्टिक एनीमिया जैसे गंभीर रोग शामिल हैं। इनमें से 2 मरीज एप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित थे।

प्रो. विनीता गुप्ता ने कहा:
“यह सफलता सिर्फ बीएचयू की चिकित्सा विशेषज्ञता का उदाहरण नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि कठिन बाल्यकालीन बीमारियों से लड़ने के लिए समर्पण और टीमवर्क कितना जरूरी है। हमारा लक्ष्य है कि हम थैलेसीमिया मेजर और अन्य दुर्लभ आनुवंशिक व चयापचयी रोगों से पीड़ित बच्चों तक इस सुविधा का विस्तार करें, ताकि इस क्षेत्र का कोई भी बच्चा संसाधनों की कमी के कारण जीवन का दूसरा अवसर न गंवाए।”

बीएचयू की यह उपलब्धि पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए एक बड़ी आशा है, क्योंकि देश में केवल गिने-चुने अस्पताल ही इतने जटिल ट्रांसप्लांट करने में सक्षम हैं।

प्रेस वार्ता को बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. विनीता गुप्ता, डॉ. प्रियंका अग्रवाल और ब्लड सेंटर के प्रभारी प्रो. संदीप कुमार ने संबोधित किया।

संपर्क सूत्र:
प्रो. विनीता गुप्ता – 9415336804