ज़ोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क के मेयर — नेहरूवियन मूल्यों की गूंज से गूंजा विजय भाषण
डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों और भारी विरोध के बावजूद भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी ने इतिहास रचते हुए न्यूयॉर्क के मेयर का चुनाव भारी मतों से जीत लिया।
विजय के बाद अपने पहले संबोधन की शुरुआत उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू के 14-15 अगस्त 1947 की रात दिए गए ऐतिहासिक भाषण “Tryst with Destiny / नियति से साक्षात्कार” को याद करते हुए की।
ममदानी ने कहा कि “हम फिर एक नए सवेरे की ओर बढ़ रहे हैं, जहां लोकतंत्र और समानता हमारे मार्गदर्शक हैं।”
उन्होंने गांधी से सहिष्णुता और नेहरू से राजनीति का मानवीय दर्शन सीखा है। यही विचार उनके अभियान की आत्मा बने और इसी ने उन्हें जनता से जोड़ा।
गांधी का सर्वधर्म समभाव और नेहरू की उदार लोकतांत्रिक दृष्टि ममदानी की विजय के मूल में हैं।
ममदानी की जीत केवल एक राजनीतिक सफलता नहीं, बल्कि यह संदेश है कि जहां नेहरू होंगे, वहां लोकतंत्र होगा। यह जीत नेतन्याहू और ट्रंप की विभाजनकारी राजनीति की हार है — और सह-अस्तित्व, प्रेम तथा समानता की नई सुबह है।
इतिहास रचने के लिए ज़ोहरान ममदानी को बधाई —
और नेहरू को याद करने, संजोने और उनके मूल्यों की वकालत करने के लिए आभार।
यह जीत लोकतंत्र की पुनर्स्थापना है —
नफरत पर मुहब्बत की, और संकीर्णता पर मानवीयता की विजय।
