अखिल हिन्द फ़ारवर्ड ब्लॉक क्रांतिकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली (भारत), ग्राम स्वराज आंदोलन भारत तथा किसान जागृति संगठन के संस्थापक, सर्वोदय नेता एवं राष्ट्रीय मुख्य महासचिव राजकुमार भारत ने बिहार विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन/महागठबंधन की करारी हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद के तेजस्वी यादव तथा वामदलों—विशेषकर CPI(ML)—के अहंकार और आपसी रवैए ने गठबंधन को नुकसान पहुँचाया है।
उन्होंने कहा कि देश में किसान, मज़दूर, महिला, बेरोज़गार और आम जनता के हितों के विरुद्ध चल रही जनविरोधी आर्थिक नीतियों की शुरुआत नरसिंहा राव और मनमोहन सिंह की सरकार के समय से हुई, जिसने बहुराष्ट्रीय कंपनियों और कॉरपोरेट घरानों के हित में कानून बनाए। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी और फिर नरेंद्र मोदी की सरकारों ने उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए सार्वजनिक संस्थानों और संसाधनों को लगातार निजी हाथों में सौंपा।
राजकुमार भारत ने आरोप लगाया कि देश के जल–जंगल–ज़मीन को अडानी–अंबानी जैसे पूंजीपतियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को औने-पौने दाम पर दिया जा रहा है, जिससे देश कर्जदार और गरीब वर्ग—किसान, मज़दूर, कामगार और महिला कमेरा वर्ग—और अधिक प्रभावित हो रहे हैं। बेरोज़गारी चरम पर है तथा शिक्षा, दवाई, इलाज, आवास और स्वच्छ जल जैसी बुनियादी सुविधाएँ आम जनता की पहुँच से दूर होती जा रही हैं। खेती की लागत—खाद, पानी, बीज—लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का राजग हो या इंडिया गठबंधन, दोनों ही जनता की समस्याओं—महंगाई, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य—से वास्तविक रूप से जुड़े नहीं हैं। इन दलों का उद्देश्य किसी भी तरह सत्ता हासिल कर अपने परिवार और समूह के हितों को साधना है।
वामपंथी दलों पर टिप्पणी करते हुए राजकुमार भारत ने कहा कि हठधर्मिता, अहंकार और निजी स्वार्थ के कारण वे एकजुट नहीं हो पाए, और जनता के सामने कोई ठोस विकल्प नहीं दे सके। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बनारस लोकसभा चुनाव में उनके (राजकुमार भारत) समर्थन में सभी वामदलों ने एकजुटता क्यों नहीं दिखाई?
उन्होंने कहा कि बनारस में सर्वोदय नेताओं ने संघर्ष के नाम पर ड्रामा-बाज़ी की, बुलडोज़र कार्रवाई के दौरान नाटक करते रहे, और बाद में मुआवज़े की मांग करते रहे। जनता इन सबको देख रही है और समय पर जवाब भी देगी।
राजकुमार भारत ने अपील की कि अब भी समय है—सभी वामपंथी दल, प्रगतिशील शक्तियाँ और क्रांतिकारी संगठन एकजुट हों, जल–जंगल–ज़मीन, नस्लों–फसलों और जनहितों को बचाने के लिए मजबूत जन-आंदोलन खड़ा करें।
अंत में उन्होंने कहा—
“इंकलाब लाओ… जय किसान, जय जवान, जय हिन्द…”
— राजकुमार भारत
संपर्क: 09255246238
