वाराणसीः उदय प्रताप कॉलेज. वाराणसी में प्राचार्य प्रो.धर्मेंद्र कुमार सिंह के संरक्षण में युवा संसद (Youth Parliament) का आयोजन किया गया। उदय प्रताप कॉलेज में पहली बार युवा संसद (Youth Parliament) का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अशोक तिवारी, महापौर, वाराणसी रहे। बताते चलें कि दुनियाभर में युवा संसद (Youth Parliament) का आयोजन किया जाता है जो कि हमारे देश भारत में भी इस आयोजन का शुभारंभ दिल्ली में केंद्रीय विद्यालय जवाहर नवोदय विद्यालय में सन् 1966 – 67 में किया गया था। तब से धीरे- धीरे इसका आयोजन देश के अन्य केंद्रीय विद्यालयो तथा विश्विद्यालयों में होने लगा, जिसका उद्देश्य है देश की संसद में युवाओं की प्रतिभागिता को बढ़ाना क्योंकि हमारे देश की लगभग 65% जनसंख्या 40 वर्ष से कम है परंतु इसके बावजूद भी भारतीय राजनीति में चुने हुए पदों पर युवाओं की हिस्सेदारी बहुत कम है। इसीलिए जगह-जगह युवा संसद (Youth Parliament) का आयोजन किया जा रहा है ताकि भावी पीढ़ी के विचारों को समझा और जाना जा सके तथा उन्हें आम जनता के मुद्दों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस कार्यक्रम में तीन एजेंडे आंतरिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और लैंगिंग समानता शामिल थे जिन्हे दो सत्रों (Sessions) में पूरा किया गया। प्रथम सत्र में आंतरिक सुरक्षा एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा हुई जिसमे रूलिंग पार्टी,विपक्ष पार्टी एवं ऑडियंस शामिल रहे। इस सेशन के निर्णायक मंडल अध्यक्ष प्रो.शशिकांत द्विवेदी रहे तथा द्वितीय सत्र में महिला सशक्तिकरण एवं लैंगिंग समानता एजेंडे पर चर्चा हुई जिसमे रूलिंग पार्टी ने अपने पक्ष रखे और विपक्ष पार्टी ने प्रश्न करके उनकी खामियां बताते हुए अपने भी पक्ष रखे। इस सत्र की निर्णायक मंडल की अध्यक्ष प्रो. अंजू सिंह रहीं। दोनों सत्रों का निष्कर्ष (Conclusion) प्रो.अल्का रानी गुप्ता ने दिया। इस युवा संसद में कुल 100 छात्र – छात्राओं ने प्रतिभाग किया जिसकी विशेषता यह रही कि इसमें युवा सांसदों ने कई नेताओं का किरदार भी निभाया जिससे उन्होंने अपने-अपने किरदारों के कार्यों की उपलब्धियां भी गिनाई साथ ही उनसे संबंधित प्रश्नों का जवाब भी दिया। विपक्ष पार्टियों ने खामियां बताने के साथ उसके समाधान बिंदुओ को भी बताया। किसी युवा सांसद के वक्तव्य के बीच में किसी ने रुकावट न करते हुए अपने हाथ खड़ा करके बात पूरी होने के बाद अपने प्रश्नों को उठाया जो कि एक उचित माध्यम रहा। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं युवा सांसद में अध्यक्ष (स्पीकर) बने वाराणसी के महापौर श्री अशोक तिवारी जी ने दोनो सत्रों की प्रशंसा करते हुए प्रतिभाग करने वाले सभी युवा सांसदों की प्रशंसा करते हुए कहा कि युवाओं को देश और आम जनमानस की समस्याओं को समझने और उससे जोड़ने का यह बहुत अच्छा माध्यम है।उन्होंने वर्तमान सरकार के कार्यों की उपलब्धियों के बारे में भी छात्रों को बताया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो.धर्मेंद्र कुमार सिंह ने युवा संसद (Youth Parliament) के आयोजन की प्रशंसा करते हुए इसके उद्देश्यों के बारे में बताया कि इससे महाविद्यालय स्तर में छात्रों में कार्यशील संसद के बारे में जानकारी विकसित होगी। छात्र सार्वजनिक मुद्दों पर विचार करना और उन पर अपनी राय बनाना सीखेंगे। इससे लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है। ऐसे आयोजनों से स्वस्थ आदतों को अपनाने में मदद मिलेगी। दूसरों के विचारों को सहन करने की क्षमता विकसित होगी तथा छात्र समुदाय को संसद के कामकाज के बारे में जानने में सक्षम बनाएगा। अंत में इस सफल और भव्य कार्यक्रम को कराने के लिए कार्यक्रम संयोजक(Convenor) डॉ.अग्नि प्रकाश शर्मा की प्रशंसा करते हुए उन्हें धन्यवाद देते हुए आगे भी ऐसे ही छात्रों के विकास में सहायक कार्यक्रम करवाने का आग्रह किया। अंत में दोनो सत्रों में बेहतर भूमिका निभाने वाले टॉप 5 छात्रों को प्राचार्य द्वारा शील्ड देकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी छात्रों को मेल द्वारा सर्टिफिकेट भी दिया गया है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अंजू सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर प्रो.संजय कुमार शाही, प्रो. उपेंद्र कुमार, प्रो.पंकज कुमार सिंह, प्रो.गरिमा सिंह, प्रो. रेनू सिंह, प्रो. नीलिमा सिंह आदि शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के चेयरपर्सन (Chairperson) प्राचार्य प्रो.धर्मेंद्र कुमार सिंह तथा कार्यक्रम संयोजक (Convenor) डॉ.अग्नि प्रकाश शर्मा रहे।