इलाहाबाद: सेण्टर ऑफ फैशन डिज़ाइन में एक वार्षिक प्रदर्शिनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन इलाइाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति माननीय प्रो० संगीता श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। माननीय कुलपति ने दीप प्रज्जवलन एवं फीता काट कर प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। उन्होंने छात्राओं द्वारा प्रर्दशित वस्त्रों, ज्यूलरी, लाइफ स्टाइल प्रोडक्टस का अवलोकन किया और इसके माध्यम से छात्राओं तथा अध्यापिकाओं की रचनात्मक अभिव्यक्ति की सराहना की। उन्होने कहा कि छात्रों को कारीगरों से काम की बारीकियां सीखनी चाहिए क्योंकि काम की बारीकी काम को श्रेष्ठता प्रदान करती है। उन्होने कहा कि वर्षों का परिश्रम और लगन ही सिद्धहस्त बना सकते हैं। उन्होने कहा की खड़ी महात्मा गांधी ने सशक्तिकरण के लिए खादी इस्तेमाल करने की प्रेरणा दी किंतु आज के युग में खादी को समय की मांग अनुरूप ढाल कर महिलाएं सशक्तिकरण की ओर मजबूती से बढ़ सकती हैं।
प्रदर्शिनी में छात्राओं द्वारा निर्मित डिज़ाइनर वस्त्र, ज्वैलरी, एसेसरीज़, लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स, होम-डैकोर की सामाग्री आदि का प्रदर्शन किया गया।
इन्स्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ के निदेशक प्रो० आशीष खरे ने माननीय कुलपति महोदया का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान करके किया एवं सेण्टर की कोऑडिनेटर डॉ० मोनिशा सिंह द्वारा स्मृति चिन्ह देकर कुलपति महोदया का स्वागत किया गया।
माननीय कुलपति महोदया ने अपने वक्तव्य में महिला सशक्तिकरण में खादी के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्होंने यह भी कहा कि कठिन परिश्रम का कोई भी भी विकल्प नहीं है।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री मिताली द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन कोऑडिनेटर डॉ० मोनिशा सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्टार, पी आर ओ, डी एस डब्ल्यू, डायरेक्टर आई० पी० एस० और विश्वविद्यालय के अनेक गणमान्य शिक्षक एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।