लुधियाना। कारखाना मज़दूर यूनियन, पंजाब और टेक्सटाईल हौज़री कामगार यूनियन, पंजाब ने दिल्ली पुलिस द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ़ संघर्ष के समर्थन में उतरे ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियों की कड़ी निंदा करते हुए तुरंत रिहाई की माँग की है। टे.हौ.क.यू. अध्यक्ष राजविंदर सिंह ने कहा कि मोदी हुकूमत कृषि कानूनों के खिलाफ़ उठे विशाल जनांदोलन से बुरी तरह बौखलाई हुई है और इस संघर्ष को दबाने के लिए हर घटिया हथकंडा अपना रही है। दिल्ली में ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियाँ फासीवादी मोदी हुकूमत की इसी बौखलाहट का सबूत हैं। इफ्टू नेता साथी अमीनेश को आज सुबह 5 बजे घर से उठा लिया गया। इंकलाबी मज़दूर केंद्र के नेता साथी संजय मौर्या को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सीटू नेता विपिन, एक्टू नेता सूर्या प्रकाश गिरफ्तार किए गए हैं। एटक नेता मैनेजर चौरसिया और प्रग्तिशील महिला संगठन की नेता पूनम कौशिक को घर में नजरबंद किया गया है। ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता नौदीप कौर और शिव कुमार पहले ही थाने में पुलिस यातनाएँ झेलने के बाद अब जेल में बंद हैं।
मोदी हुकूमत कृषि कानूनों के खिलाफ़ उठे विशाल जनांदोलन से बुरी तरह बौखलाई हुई है और इस संघर्ष को दबाने के लिए हर घटिया हथकंडा अपना रही है। दिल्ली में ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियाँ फासीवादी मोदी हुकूमत की इसी बौखलाहट का सबूत हैं।
-राजविंदर सिंह
अध्यक्ष, टे.हौ.क.यू.
कारखाना मज़दूर यूनियन और टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन का कहना है कि मोदी हुकूमत जितना चाहे दमन कर ले, संघर्षशील जनता की आवाज़ का जितना चाहे गला घोंट ले, अब यह आवाज़ दबने वाली नहीं है। जनसंघर्ष बढ़ता ही जाएगा। मोदी हुकूमत जितना जल्द मज़दूर-मेहनतकश विरोधी कृषि कानूनों को जितना जल्द रद्द कर दे उतना ही बेहतर होगा। राजविंदर ने बताया कि आज टेक्सटाइल हौज़री कामगार यूनियन ने लुधियाना के ताजपुर रोड और कारखाना मज़दूर यूनियन ने फोकल प्वाइंट में भारत बंद के आह्वान के तहत रोष प्रदर्शन करके कृषि कानूनों और दमन के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद की है।