मिर्जामुराद : प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर में शनिवार को आशा व लोक समिति कार्यकर्ताओं ने आर्य समाज ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजिल दी.लोगों ने उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. इस अवसर पर लोगों ने 2 मिनट का मौन रहकर उनकी आत्मा की शान्ति के लिये प्रार्थना किया।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा है कि बंधुआ मजदूरों की मुक्ति के लिए जो उन्होंने लड़ाई लड़ी थी, उसका देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा. समाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने वाले स्वामी अग्निवेश ने 1970 में अग्निवेश ने आर्य सभा नाम की राजनीति पार्टी बनाई थी। 1977 में वह हरियाणा विधासनभा में विधायक चुने गए और हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे। 1981 में उन्होंने बंधुआ मुक्ति मोर्चा नाम के संगठन की स्थापनी की । देश के कई जन आंदोलनों में वे सक्रिय रहे। गौरतलब हो कि लीवर सिरोसिस से पीड़ित स्वामी अग्निवेश का 80 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से कल निधन हो गया.
इस अवसर पर एडवोकेट प्रेम प्रकाश ने कहा कि क्रांतिकारी नेता व आर्य संन्यासी स्वामी अग्निवेश का निधन आर्य समाज समेत पूरे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है. स्वामी जी भगवाधारी क्रांतिकारी आर्य समाजी थे. उन्होंने बंधुआ मजदूरों की मुक्ति के लिए लड़ाई लड़ी थी. वे मुखर रहे और इसकी कई बार कीमत भी चुकाई. उनकी बातें कभी असहज कर देती थीं. शायद वे दूसरे भगवाधारियों की तरह नहीं थे.
सभा में मुख्यरूप से नन्दलाल मास्टर,अमित,एडवोकेट प्रेम प्रकाश,श्यामसुन्दर,सोनी,अनीता, आशा, रामबचन, मधुबाला,आशा,सरोज,सुनील,राजकुमारी, शमा बानो, आदि लोग शामिल रहे।