वाराणसीः उस बाप से पूछिए कि अपने तीन में से दो बेरोजगार-खलिहर और लंपट लौंडों की खातिर क्या-क्या करना पड़ता है, जिसने उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने पुरखों की बगिया की मिट्टी का 50 हजार में सौदा किया हो।
गांव वालों ने कहना शुरू कर दिया है कि बुढ़ऊ अपने बड़े बेटे की नौकरी को दाँव पर लगा रहे हैं, जिसे बड़ी मुश्किल से रोजगारशुदा करवा पाए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार समथिंग पटेल नामक किसी जेसीबी वाले से कोई छह महीना पहले 50 हजार रुपया लिया था कि तुम्हें अपनी बगिया की मिट्टी देंगे। अब कल जब वह मिट्टी उठवाने आया तो उसे बता दिया गया कि भइया पहले एसडीएम के यहाँ से परमीशन लेकर आओ। खैर, यह देखना दिलचस्प रहेगा कि उसे आज शाम 50 हजार रुपये मिल पाते हैं या फिर उसे दिलासा मिलता है कि धीरज रखो तुम्हारे लिए एसडीएम के यहाँ पैरवी लगवाई जा रही है, तुम्हें मिट्टी मिलेगी। अब उसे मिट्टी मिलती है या मिट्टी में दफन होता है यह तो वक्त ही बताएगा। आज फोन पर हुई बातचीत से साफ हो गया कि जेसीबी वाले की मिट्टी की लालच बनी हुई है और वह इतनी आसानी से जाने वाली नहीं है, मामला पचास हजार रुपयों का है जो कि डूबा हुआ है।
बताते चलें कि 70 हजार रुपया राजनाथ मिश्रा जब नहीं चुका पाए थे तो उनके सगे भतीजे गोकुल मिश्रा ने उनकी जमीन बिकवा दी थी, जहाँ से विवाद शुरू हुआ था। अब जेसीबी वाले को 50 हजार रुपये कहाँ से लाकर देंगे, यह यक्ष प्रश्न तो बना ही हुआ है।
पुरानी रंजिश के चलते घर गिराने की साजिश रचने के एक मामले का पता चला है। बता दें कि घर गिराने की मंशा से जेसीबी वाला आया था लेकिन गाँव वालों की सतर्कता से उसे मामले की जानकारी हो गई और वह वापस लौट गया। लेकिन साजिश की मूल वजह चूँकि बरकरार है तो घर गिरवाने के लिए ओमप्रकाश-अरविंद लगातार भिड़े ही रहेंगे, जब तक कि अधिकारीगण मामले का विधिवत नोटिस लेकर सम्यक विधिक कार्रवाई नहीं करेंगे।
थाने पर दिए गए प्रार्थनापत्र में कहा गया है कि
प्रति,
एसएचओ, थाना बड़ागाँव
वाराणसी, उत्तर प्रदेश
महोदय, प्रार्थी कामता प्रसाद निवासी गहरपुर-पुआरीकलाँ आपने संज्ञान में इस बात को लाना चाहता है कि ओमप्रकाश मिश्रा सुत राजनाथ मिश्रा मेरे घर को जेसीबी से गिरवाना चाहता है। इस आशय की धमकी उसने पहले से ही दे रखी है। आज, मेरे दरवाजे पर जेसीबी वाला ( जेसीबी वाले का नंबर 9559397044) आया था और बता रहा था कि उसने 50 हजार रुपये ओमप्रकाश मिश्रा को दिए हैं।
श्रीमान जी, जेसीबी वाले के साथ गाँव के दो संभ्रांत जन सर्वश्री रम्मन सिंह और श्रवण कुमार राजभर भी मेरे घर आए थे। उनकी मौजूदगी में जेसीबी वाले ने कहा कि मिट्टी खोदने के लिए वह ओमप्रकाश मिश्रा को 50 हजार रुपये दे चुका है।
श्रीमान जी इसके पहले भी 12 जनवरी को अरविंद मिश्रा सुत जगदीश मिश्रा मेरे घर के ठीक बगल में मिट्टी खुदवाने की कोशिश कर चुका है और गाँववालों के प्रबल विरोध के बाद ही उसके लेबर-ट्रैक्टर वहाँ से हटे थे।
एसडीएम कोर्ट से मुझे और ओमप्रकाश को 107/116 में निरुद्ध किया गया है। महोदय, मेरा घर गिरवाने के लिए ये लोग निरंतर साजिश रच रहे हैं और अपनी धमकी को अमलीजामा पहनाना चाहते थे कृपया उपयुक्त विधिक कार्रवाई की जाए।
प्रार्थी
कामता प्रसाद
9996865069