- रसायनशास्त्र में स्नातक व परास्नातक विद्यार्थियों को दी जाएंगी छात्रवृत्तियां
वाराणसी, 23.10.2023: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने “कलिपटनापू फाउंडेशन” के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसके तहत विश्वविद्यालय स्थित रसायन शास्त्र के स्नातक व परास्नातक विद्यार्थियों के लिए 40 छात्रवृत्तियां स्थापित की जाएंगी। फाउंडेशन बीएचयू के पूर्व छात्र व शिक्षक रहे श्री कलिपटनापू कोंडिया की स्मृति में यह छात्रवृत्तियां आरंभ करने के लिए विश्वविद्यालय को एक करोड़ रुपये की धनराशि देगा। श्री कोंडिया ने विश्वविद्यालय से बीएससी तथा एमएसससी की उपाधियां हासिल की थीं तथा वे वर्ष 1922 से 1941 तक विश्वविद्यालय में रसायनशास्त्र के शिक्षक भी रहे। वे रसायनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1941 में विश्वविद्यालय छोड़ कर, श्री कोंडिया स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ गए तथा पांच वर्ष तक जेल में भी रहे। जेल से बाहर आने के पश्चात उन्होंने आंध्र प्रदेश में एक केमिकल फैक्टरी स्थापित की तथा देश को आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे ले जाने हेतु योगदान दिया।
कलिपटनापू फाउंडेशन उनके परिवार, श्री कोंडिया के पुत्र डॉ. इंदुशेखर राव, उनकी पुत्री श्रीमती इंदिरा देवी, तथा पौत्र श्री चैतन्य कलिपटनापू ने स्थापित किया है। डॉ. इन्दुशेखर ने एएफएमसी पुणे से एमबीबीएस की पढ़ाई की तथा आंध्र प्रदेश चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कार्य किया। श्रीमती इंदिरा देवी का जन्म वाराणसी में हुआ था, तथा वे 8 वर्ष की उम्र तक वाराणसी में रही थीं। श्री कोंडिया के पौत्र श्री चैतन्य कलिपटनापू ने BITS Pilani से इंजीनियरिंग स्नातक की डिग्री हासिल की तथा फ्रांस स्थित INSEAD से एमबीए किया। वे अभी फ्रांस में एक अत्यंत सफल यूनिकॉर्न कंपनी के संस्थापक हैं।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की उपस्थिति में कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा श्री इंदुशेखर राव ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस दौरान श्री इन्दुशेखर राव की पत्नी, श्री चैतन्य कलिपटनापू तथा भतीजी समेत कोंडिया परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। श्री चैतन्य ने कहा कि किसी भी विद्यार्थी के लिए अपने विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त करने का सबसे उत्तम माध्यम है, ‘Pay Forward’ के विचार से शिक्षा के लिए योगदान करना। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की आने वाली पीढ़ियों के लिए योगदान देना ही ‘Pay Forward’ है। उन्होंने कहा कि यह योगदान श्री कोंडिया तथा उनकी अगली पीढ़ियों के लिए जीवन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से आए प्रभाव के प्रति आभार व्यक्त करने का प्रयास है।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने शिक्षा अर्जन हेतु विद्यार्थियों के प्रयासों को सहयोग के लिए दानराशि हेतु कोंडिया परिवार का धन्यवाद जताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के योगदान प्रतिभावान, ज़रूरतमंद, तथा वंचित परिवारों से आने वाले विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु विश्वविद्यालय को सहयोग करते हैं।