24 नवंबर 2020, लुधियाना। 26 नवंबर को लुधियाना के समराला चौक में मज़दूर संगठनों के देशव्यापी आह्वान के तहत हो रहे रोष प्रदर्शन की तैयारी के लिए कारखाना मज़दूर यूनियन की मीटिंग हुई। यह मीटिंग जमालपुर कॉलोनी के शहीद भगत सिंह पुस्तकालय में की गई। कारखाना मज़दूर यूनियन, पंजाब के नेता जसमीत सिंह ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि मोदी सरकार की मज़दूर विरोधी नीतियों के कारण मज़दूरों को भयानक मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं। उनके पास सड़कों पर उतर कर संघर्ष करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा। इसलिए देश भर के मज़दूर संगठन 26 नवंबर को देश भर में आवाज बुलंद कर रहे हैं। किसान संगठन भी कृषि क़ानून रद्द कराने के लिए इसी दिन दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने सभी इंसाफ़पसंद लोगों को मज़दूरों, किसानों, मेहनतकशों के इस जनसंघर्ष में भारी संख्या में भागीदारी करने का आह्वान किया है।
लुधियाना में हो रहे इस रोष प्रदर्शन के ज़रिए संगठन मज़दूरों की कम से कम तनख्वाह 25 हज़ार करने, कोरोना के बहाने तनख्वाह में नाजायज कटौती रद्द करने, श्रम क़ानूनों में संशोधन रद्द करने, मज़दूर-मेहनतकश विरोधी नये कृषि क़ानून रद्द करने, सरकारी संस्थाओं-सुविधाओं का नीजिकरण बंद करने, बेरोजगारों को रोजगार देने, सब को मुफ़्त खुराक, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ज़ोरदार तरीके से मांग करेंगे। इसके साथ ही कृषि क़ानूनों विरोधी जनांदोलन को कुचलने के लिए पंजाब में की गई आर्थिक नाकाबंदी बंद करने, राज्यों के हक बहाल करने, राष्ट्रों का दमन बंद करने, खुदमुख्त्यारी देने की मांग ज़ोरदार ढंग से उठाई जाएगी। सी.ए.ए., एन.पी.आर., एन.आर.सी. रद्द करने, जनवादी अधिकारों के लिए जूझने वाले कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों की रिहाई के लिए ज़ोरदार अवाज बुलंद की जाएगी।
उन्होंने बताया कि लुधियाना में हो रहे इस रोष प्रदर्शन में कारखाना मज़दूर यूनियन, टेक्सटाइल-हौजरी कामगार यूनियन, नौजवान भारत सभा, क्रांतिकारी मज़दूर केंद्र, मोल्डर एंड स्टील वर्कर्ज़ यूनियन, लोक एकता संगठन, जमहूरी अधिकार सभा और अन्य संगठन शामिल होंगे।
जारीकर्ता,
जसमीत सिंह,
कारखाना मज़दूर यूनियन, पंजाब
संपर्क – 8054939980