आयुर्वेदिक औषधि रुद्र रस भविष्य में स्तन कैंसर की सफल चिकित्सा हो सकती है

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Prof.Dev Nath Singh Gautam,Head :Rasa Shastra

वाराणसीः प्रो. देवनाथ सिंह गौतम विभागाध्यक्ष रसशास्त्र (आयुर्वेद संकाय) आई.ऍम.एस.,बी.एच.यू. एवं आयुर्वेदिक फार्मेसी अधीक्षक विगत कई वर्षों से कैंसर के उपचार हेतु आयुर्वेदिक औषधि निर्माण हेतु शोध कर रहे है. अपने शोध एवं एम.डी.(आयुर्वेद) के छात्रों को कैंसर के रोक थाम हेतु आयुर्वेदिक औषध को अविष्कार के लिए शोध प्रबंध देते आ रहीं हैं.क्यूंकि वर्त्तमान समय में कैंसर समाज के लिए एक गंभीर बिमारी जिसका मॉडर्न मेडिसिन (एलोपेथ) में बहुत संक्षिप्त इलाज है परन्तु इन कैंसर की दवाईयों के गंभीर उपद्रव हैं और बहुत कीमती इलाज है जबकि आयुर्वेदिक औषधियां सस्ती एव उपद्रव रहित हो सकती है .

अतः प्रो. देवनाथ सिंह गौतम शोध श्रंखला में अपने शोध छात्र डा. मनोज दास को भी रूद्र रस पर शोध प्रबंध दिया एव करवाया.इस रूद्र रस में पारद,गंधक से निर्मित रस सिंदूर, हीरक भस्म में पुनर्नवा स्वरस ,चोलयी स्वरस ,ताम्बुल स्वरस, निर्गुन्डी स्वरस,पिप्पली स्वरस एवं गौमूत्र  की भावना देकर निर्मित किया गया और फिर कैंसर सेल लाइन पर तथा चूहों को कैंसर उत्पन कर उन्हें भी देकर चिकित्सा की गयी .प्राप्त परिणाम बहुत लाभदायक रहा भविष्य में इसका क्लिनिकल ट्रायल  अर्थात स्तन कैंसर के मरीजो पर किया जायेगा और यदि इस औषधि का प्रभाव स्तन कैंसर को ठीक करने में पूर्ववत रहेगा तो यह औषधि भविष्य में महिलाओं में स्तन कैंसर का एक सस्ती,प्रभावी एव उपद्रव रहित चिकित्सा व्यवस्था हो सकती है जोकि MAKE IN INDIA की महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।

प्रो. देवनाथ सिंह गौतम

विभागाध्यक्ष रसशास्त्र (आयुर्वेद संकाय)

आई.ऍम.एस.,बी.एच.यू

Mob.no.9450824065

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