भागलपुर : जिला मुख्यालय से लगभग 35 किमी दूर, बिहपुर थाना से एक किमी की दूरी पर अवस्थित जमालपुर गांव में पिछले 14 फ़रवरी को दरिंदगी का एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है, जिसे हमारे इस सभ्य समाज का एक घिनौना दस्तावेज कहा जा सकता है। दुखद बात यह है कि इस घिनौने कृत्य पर स्थानीय मीडिया की नजर भी बंद रही।
घटना के बारे में बताया जाता है कि 14 फ़रवरी की शाम के करीब 7 बजे बिहपुर रेलवे-स्टेशन के उत्तर तरफ बसे जमालपुर गांव के मो0 फैयाज की 10 वर्षीय बेटी पढ़ाई करने के क्रम में लघुशंका के लिए अपने घर के पिछवाड़े गई। काफी देर बाद जब वह वापस नहीं लौटी तो उसकी मां साजिदा खातुन बेटी को खोजने बाहर गई तो उसने घर के पास ही भुसखार (जानवर का चारा रखने वाली झोपड़ी) के पास बेटी को रोता व कराहता पाया। बेटी को इस दशा में देखकर साजिदा घबड़ा गई। काफी पूछ—ताछ के बाद उसने बताया कि जब वह पेशाब करने के लिए बाहर आई तो पड़ोस का विकास दास उर्फ मुखिया ने उसका मुंह दबाकर उसके साथ मुंह काला किया और 100 रू0 देते हुए धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो जान से मार देंगे। बता देें कि विकास दास उर्फ मुखिया की उम्र 28 वर्ष है, वह हमेशा गांजा—शराब के नशे में धुत रहता है। उसके पिता महेश दास जनवितरण राशन का डीलर है और एक ईंट भट्ठे का मुंशी भी है। महेश दास के बारे में बताया जाता है कि वह भी एक लड़की की हत्या का आरोपी है।
पीड़िता के पिता ने बताया है कि आरोपी के पक्ष में स्थानीय विधायक इंजीनियर कुमार शैलेन्द्र एसपी से इस बावत सिफारिस कर रहे हैं कि मामले को कमजोर करके इसे रफा दफा करवा दिया जाए।
घटना की प्राथिमिकी बिहपुर थाना में दर्ज की गई। बच्ची की मेडिकल जांच के लिए नवगछिया भेजने के बाद नवगछिया की एसपी ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया उसके बाद एसपी के आदेश पर पुलिस ने आरोपी को उसी रात गिरफ्तार कर लिया और दूसरे दिन जेल भेज दिया। इस शर्मनाक घटना से पूरा क्षेत्र आक्रोशित है। लोगों के आक्रोश का आलम यह है कि लोग विकास दास को फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। वहीं आरोपी के परिवार वालों द्वारा पीड़िता के घर वालोें पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है। कहा जा सकता है कि आरोपी के परिवार द्वारा परोक्ष रूप से धमकी दी जा रही है। जबकि पीड़िता के परिवार वाले आरोपी को सजा देने की मांग कर रहे हैं। पीड़िता के पिता ने बताया है कि आरोपी के पक्ष में स्थानीय विधायक इंजीनियर कुमार शैलेन्द्र एसपी से इस बावत सिफारिस कर रहे हैं कि मामले को कमजोर करके इसे रफा दफा करवा दिया जाए। बता दें कि पीड़िता के परिवार वाले काफी डरे सहमे हैं बावजूद वे न्याय पर भरोसा करने की बात कर रहे हैं।