अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (ईरी) फिलिपींस के वैज्ञानिकों की टीम, डॉ अमिलिया हेनरी के नेतृत्व में सुश्री विगनान नैटिविडैड तथा श्री केसर आरलू सिन्टेनों ने बीएचयू में प्रो. श्रवण कुमार सिंह के नेतृत्व में चल रहे ईरी के धान प्रजनन परियोजना का भ्रमण किया। इस परियोजना के उद्देश्य धान की अधिक उपज वाली किस्मों को बनाना जिनमें अन्य गुणों जैसे रोग-कीटों तथा सूखा-बाढ़ से लड़ने की क्षमता तथा अन्य पोषक तत्वों जैसे अधिक जिंक, आयरन, प्रोटीन एवं कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के भी जींस हों।
ईरी टीम बीएचयू के प्रगति से काफी खुश है। डॉ. हेनरी ने बताया कि बीएचयू हमारे धान प्रजनन परियोजना का महत्वपूर्ण अंग है तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमें बीएचयू से बहुत उम्मीदें हैं।
प्रोफेसर सिंह ने बताया कि विश्व समुदाय के खाद्य आपूर्ति में चावल का एक प्रमुख स्थान है। भारत विश्व का सर्वाधिक चावल निर्यातक देश है । अतः भारत का चावल उत्पादन विश्व के खाद्य एवं पोषण सुरक्षा तथा वैश्विक मुद्रा स्फिति को संतुलित रखने में सहायक है। बीएचयू लगातार ईरी के साथ हाथ मिलाकर विश्व खाद्य सुरक्षा हेतु धान की नई-नई किस्में बनाने का कार्य कर रहा है।