बोकारो: एक प्रेस बयान जारी कर अरविंद कुमार साव ने बताया कि बोकारो अप्रेंटिस संघ के द्वारा DPLR कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया जिसमें वक्ताओं ने कहा कि बोकारो प्रबंधक हमेशा से विस्थापितों का शोषण करता आ रहा है । प्लांट लगे 60 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी विस्थापित अपनी मांगो को लेकर संघर्षरत हैं। विस्थापितों के लगातार संघर्ष के बाद बोकारो प्रबंधक द्वारा अप्रेंटिश करवा कर नियोजन देने पर सहमति हुई, जिसके बाद अप्रेंटिश करवाने की पहलकदमी 2016 के नोटिफिकेशन से चालू किया गया। पहला बैच 500 का था, जिसमें लगभग 400 विस्थापित अप्रेंटिश कर बैठ चुके हैं, लेकिन नियोजन की दिशा में बोकारो प्रबंधक द्वारा कोई पहलकदमी नहीं ली जा रही है।



संघ की मुख्य मांगे हैं
1. प्लांट ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस को बीएसएल में अविलंब सीधे बहाल किया जाये।
2. सभी विस्थापित अप्रेंटिस का प्लांट ट्रेनिंग के बाद बीएसएल में नियोजन सुनिश्चित किया जाए।
3. सभी तरह के बहालियो में विस्थापितों के लिए अधिकतम उम्र सीमा को पूर्व की भांति 40 वर्ष किया जाए।
4. द्वितीय सूची के वैसे विस्थापित जिनको अप्रेंटिस ट्रेनिंग कराया जाना है उनसे प्रबंधन के द्वारा जबरन एफिडेविट मांगा जा रहा है कि ‘आंदोलन नहीं करेंगे, और ना ही ट्रेनिंग के बाद नौकरी की मांग करेंगे।’ यह बीएसएल प्रबंधन की तानाशाही है इसे फौरन रद्द कराया जाए।
5. तीसरी सूची तथा बाकी अन्य विस्थापितों का ट्रेनिंग अविलंब प्रारंभ करवाया जाय।
इस कार्यक्रम मे अमजद हुसैन, शाहिद राजा, राकेश सिंह, अरविंद कुमार, प्रमोद कुमार महतो, रवि कुमार, किशोर कुमार, केसर इमाम, विकास कुमार, प्रमोद कुमार, प्रदिप सोरेन, पंकज राज इत्यादि उपस्थित रहे।