हाथरस की सामूहिक बलात्कार पीड़िता मनीषा बाल्मीकि को न्याय देने और बलात्कारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग को लेकर आज शाम 4 बजे दलित मजदूर संगठन के बैनर तले पी डी टंडन पार्क, सिविल लाइन्स से लेकर सुभाष चौराहा तक जुलूस निकाला गया और सुभाष चौराहे पर सभा की गयी। इंक़लाबी छात्र मोर्चा भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ।


इंक़लाबी छात्र मोर्चा के साथी विवेक ने अपनी बात रखते हुए कहा, हाथरस में बलात्कारियों के समुदाय के लोग पंचायत कर रहे हैं और पीड़ित परिवार की आवाज को दबा रहे हैं। चूंकि पीड़िता दलित समुदाय की है और अपराधी मुख्यमंत्री की जाति के हैं इसलिए जानबूझकर मामले को दबाया जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में दलित महिलाओं के साथ आये दिन बलात्कार हो रहे हैं। मगर योगी आदित्यनाथ उसे रोकने में नाकाम हैं। वहीं संसदीय विपक्षी पार्टियों के नेता इस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक गोटियां भिड़ा रहे है। लेकिन अब दलित समुदाय के लोग चुप रहने वाले नहीं हैं।
जुलूस एवं सभा में मुख्य रूप से आशीष, अनुराग, अमित आर्या, राज बाल्मीकि, छोटेलाल, हीरालाल, दिनेश, अनु पटेल, रामसागर, राम ग्राम्शी, प्रभा,रितेश विद्यार्थी,गौतम आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन दलित मजदूर संगठन, इलाहाबाद के साथी दिनेश ने किया।