- विशद कुमार
दलित आर्थिक आंदोलन- एनसीडीएचआर के बैनर तले बेतला पंचायत भवन में छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लातेहार, बरवाडीह, महुआडांड़, गढ़वा, एवं गुमला के विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता जेम्स हेरेंज ने कहा कि क्षेत्र में दलित-आदिवासी की लड़ाइयों में युवा एवं छात्रों की भागीदारी को बढ़ाने की जरुरत है। एनसीडीएचआर के राज्य संयोजक मिथलेश कुमार ने कहा कि कॉलेज में एवं छात्रावासों में छात्रों को दी जाने वाली सुविधा का अभाव है, जिसके लिए युवाओं एवं छात्रों को एक हो कर संघर्ष करना होगा। सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई सिंह ने राशन, पेंशन एवं वन अधिकार की लड़ाई में युवाओं एवं छात्रों की भागीदारी बढ़ाने के लिए संयुक्त ग्राम सभा के तर्ज पर संयुक्त छात्र मोर्चा के गठन का प्रस्ताव रखा।


कार्यक्रम में आदिवासी युवा बुद्धिजीवी अभय खाखा को उनके पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी गई। छात्रों ने सम्मेलन में कॉलेज, विश्वविद्यालय तथा छात्रावास में होने वाली समस्याओं को उठाया। सम्मेलन में अनिता कुमारी, पूजा कुमारी, श्वेता कुमारी, आरती कुमारी, आशिष टोप्पो, मनोज कुमार भुईयां, सेलेस्टीन कुजूर, बलराम, पूनम विश्वकर्मा, अफसाना, मनिकचंद कोरवा, अंजना ग्रेस कुजूर एवं मकलदेव सिंह, सुभाष लोहरा, महेंद्र सिंह, भास्कर राज, आश्रिता तिर्की ने भी अपने अपने विचार रखें। सम्मेलन में जुएल विरिजिया, कुकूर कुमारी, अभिषेक कुमार, पुरन कुमार, देवेंद्र, मीना सोय, सुखांत लकड़ा, चिंता कुमारी, प्रीति कुमारी, आसमानी कुमारी सहित सैकड़ों की संख्या दलित आदिवासी छात्र-छत्राओं ने भाग लिया।