वाराणसीः ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो तितलियाँ पूरे परिवार के साथ मीटिंग कर रही हैं और उसमें हम इंसानों की चर्चा हो रही है। प्रकृति में इंसानी दखल कम हुआ है। कुछ समय से पूरी दुनिया में औद्योगिक गतिविधियाँ कम हुई हैं। इसी का नतीजा है कि नदियों का पानी पीने लायक हो गया है। रात में जुगनू दिखाई पड़ने लगे हैं। चिड़ियों की चहचहाहट सुनाई पड़ रही हैं। गज़ब की वीरानी और सन्नाटा है। तात्कालिक लाभ के चलते इंसानों ने प्रकृति का खूब दोहन किया। प्रकृति भी अपना बदला लेती है और ले रही है। कोविड-19 ऐसे ही एक प्रकृति की नाराजगी का परिणाम है। मांस के लिए जानवरों का बदतर स्थितियों में पाला जाना और बनावटी तरीके से उन्हें मोटा-ताजा करना कम से कम समय में। हमें कुदरती रूप से तितलियों के समूह में उड़ान भरने का एक चित्र और वीडियो प्राप्त हुआ है, आप भी देखें। मोर और दूसरे पक्षी भी झुंड में सड़क पर मस्ती कर रहे हैं।

क्रेडिटः सीलम झा