काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के भौमिकी विभाग के 100 वीं वर्षगाठ पर जियो महोत्सव के द्वितीय संस्करण में आज दो दिवसीय व्यावहारिक कार्यशाला JUST ENOUGH PYTHON FOR AI IN EARTH SCIENCES का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टी. एन. सिंह की गरीमामई उपस्थिति हमारे बीच रही । प्रो. सिंह का उद्बोधन हम सभी के लिए अत्यंत उत्साहवर्धक एवं स्फूर्तिदायक रहा, उन्होंने अपने संबोधन में Artificial intelligence की महत्ता को बताते हुए, इस विषय पर खास तौर पर जोर दिया की, शोध छात्र अपने शोध कार्य में कैसे पायथन का इस्तेमाल कर आमजन के जीवन को आसान बना सकते है, इसकी एक विस्तृत रूपरेखा रखी।
इस दौरान उन्होंने IMS – BHU के यूरोलॉजी विभाग के साथ किए हुए कार्य को बताया की, कैसे उनलोगो ने पथरी का ताकत और AI से ऑपरेशन विधि के जगह शॉक वेव्स का इस्तेमाल कर, पथरी इलाज किया जा सकता है इसकी चर्चा की।
वर्कशॉप के कनवेनर सहायक प्रो. आशुतोष कैंथोला ने व्यावहारिक कार्यशाला का संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की और पूरे देश से आए प्रतिभागियों का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष प्रो. ए. डी. सिंह ने भौमीकी विभाग का इतिहास बताते हुए विभाग के शोध कार्यों तथा विभागीय अनुसंधान संभावनाओं से जुड़ने के बारे में जानकारी दी। विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी ने AI के बढ़ते प्रभाव एवं चतुर्धिक इस्तेमाल पर जोर दिया। प्रथम दिवस के अंतिम चरण में धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रो. विक्रमादित्य सिंह ने दिया।
कार्यशाला के आयोजन का कार्यभार सहायक प्रो. दिनेश कुमार नाइक (organising secretary) और डॉक्टर मौमिता दास ने संपन्न किया।