वाराणसीः डॉक्टर टी. पी. चतुर्वेदी, वर्तमान में सीनियर प्रोफेसर के पद पर दंत संकाय, चिकित्सा विज्ञान संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। प्रोफेसर टी पी चतुर्वेदी को वर्ष 2023 के लिए मेडिकल साइंटिस्ट फेलो, राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान अकादमी ( National Academy of Medical Science) के द्वारा चुना गया है। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान अकादमी स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्य करती है और समय समय पर भारत सरकार को मेडिकल क्षेत्र के विकास में उचित सलाह भी देती है। यह हर साल मेडिकल क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध, शिक्षा और सामाजिक कार्य करने के लिए देशभर के कुछ चुने हुए मेडिकल वैज्ञानिक लोगो का सम्मान करती है। यह फेलोशिप प्रोफेसर चर्तुवेदी को 7अक्टूबर 2023 को बंगलौर में अकादमी के कांफ्रेंस में प्रदान किया जाएगा। प्रोफेसर टी पी चर्तुवेदी का प्रमोशन करके विश्विद्यालय द्वारा सीनियर प्रोफेसर भी बनाया गया है। डाक्टर चर्तुवेदी संकाय प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष, दंत संकाय, चिकित्सा विज्ञान संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 2011 से 2014 तक रह चुके हैं। डॉक्टर चतुर्वेदी ने चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दंत संकाय का भवन के साथ- साथ स्नातक, डिप्लोमा एवं कई परास्नातक पाठ्यक्रम इस संकाय में शुरू करवाने में अपना योगदान दिया है। ये काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कई पदों पर रहते हुए अपने शैक्षिक, प्रशासनिक एवं सामाजिक कार्यों के लिए के लिए प्रसिद्ध हैं एवं काशी की जनता के लिए हमेशा सामाजिक कार्य करते रहते हैं। डॉ चतुर्वेदी ने स्नातक एवं परास्नातक की उपाधि केo जीo मेडिकल यूनवर्सिटी लखनऊ से किया है, वहीं पीएचडी आई आई टी बी एच यू से पूरा किया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में ज्वाइन करने के पहले डॉक्टर चतुर्वेदी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी विभागाध्यक्ष, डेंटल कॉलेज के पद पर कार्य किया है। एएमयू के डेंटल कॉलेज शुरू करने में अहम योगदान है। डॉ चर्तुवेदी यहां 1997 से 2003 तक कार्य किया है और डेंटल कॉलेज के ऑर्थोडॉन्टिक विभाग के संस्थापक विभागाध्यक्ष रहे हैं। वाराणसी में डॉक्टर चतुर्वेदी कई सामाजिक संगठनों से जुड़े रहकर स्वास्थ्य एवं भारतीय संस्कृति से संबंधित कई क्षेत्रों में आम आदमी के साथ मिलकर उत्कृष्ट योगदान दिया है। डॉक्टर चतुर्वेदी डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में दंत चिकित्सा क्षेत्र में कई क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर कार्य किया है। इन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के समर्थ ग्राम अभियान एवं मानव संसाधन मंत्रालय के उन्नत भारत अभियान के कार्यक्रम के संस्थापक संयोजक रहते हुए काशी के 100 ग्रामों में कई सामाजिक, स्वछता, पर्यावरण आदि संबंधित कार्य 2016 से 2018 तक कार्य किया है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के गवर्निग काउंसिल के सदस्य 3 साल तक थे और समय- समय पर इस संस्थान के विकास में सहयोग करते रहते हैं।
विश्व में 2 % वैज्ञानिक सूची वर्ष 2021, 2022 में, भारत के डेंटल सर्जन के रूप में डॉक्टर चतुर्वेदी का नाम शामिल है। यह सूची अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के द्वारा विश्व के वैज्ञानिक के लिए जारी की गई है। यह सूची जर्नल में प्रकाशित लेख जो की दूसरे लोग अपने प्रकाशन में उद्धृत करते है उसके आधार पर बनाई गई हैI अर्थोडॉन्टिक मैटेरियल के लिए 2022 और 2023 में आईआईटी बीएचयू के सहयोग से डॉ चर्तुवेदी को पैटेंट प्रदान किया गया है। अब तक कुल 120 से ज्यादा शोध पत्र, तीन किताबे, व कई किताब के अध्याय प्रकाशित किया गया है। इसमें से ज्यादा शोध का उपयोग अमेरिकन जर्नल और यूरोपियन जर्नल ने लगभग अबतक 1800 बार उद्धृत कर चुके हैं। प्रोफेसर चर्तुवेदी को कई संगठन और संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
प्रो० टी पी चतुर्वेदी,
सीनियर प्रोफेसर,( पूर्व संकाय प्रमुख), दंत चिकित्सा संकाय
बी एच यू, वाराणसी।
सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारणी, इंडियन डेंटल एसोसिएशन
Phone No- 9451570848