राजर्षि समागम का सफल आयोजन पुरातन छात्रों द्वारा राजर्षि उत्थान समिति और उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी के द्वारा किया गया।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में श्री हरिवंश जी (उप सभापति राज्यसभा) की उपस्थिति रही, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय सांसद बलिया विरेंद्र सिंह मस्त जी की उपस्थिति रही।
इस कार्यक्रम में वर्ष 1980-2018 तक के पूर्व छात्रों के रूप में राजर्षि मानस पुत्रों का समागम हुआ, इतने वर्षों बाद प्रांगण को देखकर, खेलकूद एवं छात्रावास को देखकर एवं इतने लम्बे अंतराल के बाद अपने मित्रों को देखकर आह्लादित एवं भाव विभोर हुए।
ऐसी कृपा है अतिथियों का स्वागत उद्बोधन के प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने किया तथा कार्यक्रम को उदय प्रताप कॉलेज की मात्रा संस्था इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ रमेश प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। उदय प्रताप कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि श्री हरिवंश जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादाई है उदय प्रताप कॉलेज के एक छात्रा से लेकर राज्यसभा के उपसभापति तक का सफर आपने पूरा किया है जो कि हम सभी के लिए प्रेरणा देने वाला है।
इस समागम के माध्यम से पुरातन छात्रों द्वारा अपनी अपनी क्षमता अनुसार विद्यालय के वर्तमान छात्रों के कल्याणार्थ रोजगार हेतु पुस्तकालय पठन पाठन आदि से सम्बन्धित ब्यवस्थाओं हेतु सहयोग का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा पुरातन छात्रों के आपसी सहयोग एवं सौहार्द के साथ विद्यालय के जिर्णोद्धार हेतु कार्य योजना बनाने के लिए एक समिति गठित करने का सुझाव दिया गया जबकि विशिष्ट अतिथि के द्वारा ब्यायाम शाला के सुचारू रूप से संचालन हेतु सांसद निधि से 5 लाख रूपये सहयोग की घोषणा की।
इस कार्यक्रम में अलग अलग राज्यों में पदस्थ पूर्व छात्र शामिल हुए जिसमें मुख्य रूप से मनीष कुमार सिंह (सलाहकार मेघालय मुख्यमंत्री) राजन कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह, विवेक सिंह आदि प्रमुख रहे।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में मुख्य योगदान राजर्षि उत्थान समिति के अध्यक्ष एवं युवा उद्यमी नीरज सिंह, सक्रिय कार्यकर्ता रविशेखर सिंह (भारतीय किसान संघ )के पदाधिकारी रहे।
कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन अमित कुमार सिंह (उप कमांडेंट , CRPF) एवं डाक्टर राहुल कुमार सिंह (वैज्ञानिक KVK, विज्ञान केन्द्र वाराणसी)
इस कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक डाक्टर चेतनारायण सिंह (पूर्व विधान परिषद सदस्य) रहे।