न्यायमूर्ति पी. बी. सावंत, जिनका कल पुणे में निधन हो गया, न केवल एक महान न्यायाधीश थे वरन् मानवाधिकारों के रक्षक भी थे। सेवानिवृत्ति के पश्चात उन्हें भारतीय प्रेस परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इस पद पर रहते हुए उन्होंने पत्रकारिता के उच्च मूल्यों के संरक्षण के लिए बहुत कार्य किया।
न्यायमूर्ति सावंत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पत्रकार एवं राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के संयोजक एल. एस. हरदेनिया ने कहा कि परिषद के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने उन व्यक्तियों एवं संगठनों के खिलाफ कई फैसले सुनाए जो मीडिया का दुरूपयोग कर साम्प्रदायिकता का जहर फैलाते हैं। सच पूछा जाए तो उच्च संवैधानिक मूल्यों के महान रक्षक थे।