


विशद कुमार
किसान आंदोलन एकजुटता मंच झारखंड के तत्वावधान में आज 21 जनवरी को जमशेदपुर में विनाशकारी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए जमशेदपुर के साकची गोलचक्कर पर विशाल विरोध-प्रदर्शन किया गया, जिसमें लगभग 3000 लोगों ने हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन में जमशेदपुर के अलावा पूर्वी सिंहभूम जिला के विभिन्न प्रखंडों से भी भारी संख्या में ग्रामीण, किसान, खेत मजदूर शामिल हुए।
सबसे पहले आम बागान मैदान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर विभिन्न संगठनों की ओर से माल्यार्पण किया गया वहीं अंबेडकर चौक में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया।
माल्यार्पण करने के बाद एक विशाल रैली निकाली गई, जो आम बागान मैदान से साकची के विभिन्न मार्गों से होते हुए साकची गोल चक्कर में आकर एक सभा में तब्दील हो गई।
सभा की अध्यक्षता किसान आंदोलन एकता मंच के संचालन समिति के सदस्य व मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सरदार भगवान सिंह ने किया।
सभा को विभिन्न संगठनों के वक्ताओं ने संबोधित किया।
सभी वक्ताओं ने अविलंब तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने व एम एस पी की कानूनी गारंटी प्रदान करने की मांग रखी और कहा कि जब तक देश भर में किसान आंदोलन चलेगा झारखंड वासी भी इस आंदोलन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहेंगे।
जब कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का ही होता है, ठीक उसी प्रकार ने आज मोदी सरकार ने जो मानव निर्मित आपदा किसानों के लिए तैयार किया है, इसका सबसे अधिक खामियाजा गरीब और पिछड़ा राज्य होने के नाते झारखंड वासी को ही भुगतना पड़ रहा है।
इसीलिए संपूर्ण झारखंड वासी आज किसान आंदोलन के साथ हैं और अंत तक साथ रहेंगे।
आज के कार्यक्रम में ऑल इंडिया किसान सभा, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन, शहीद स्मारक समिति, झारखंड जनतांत्रिक महासभा, जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी, साझा नागरिक मंच, एससी एसटी व माइनॉरिटी वेलफेयर समिति, गांव कांड राज्य परिषद विभिन्न गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी छात्र संगठन एआईडीएसओ और एआईएसएफ , छात्र युवा संघर्ष वाहिनी , झारखंड यूनिटी फाउंडेशन, महिला संगठन ए आई एम एस एस , जनवादी महिला समिति, झारखंड विकलांग मंच मजदूर संगठन व सीटू सहित दर्जनों संगठन शामिल थे।