झारखंड विधानसभा भवन में लगे जयपाल सिंह मुंडा की भव्य मूर्ति : महासभा

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दीपक रंजीत
 जमशेदपुर: आज 03 जनवरी 2021 को जमशेदपुर के भुला चौक, बोड़ाम में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा, झारखंड आंदोलनकारी शहीद रतिलाल महतो और देश के पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई।
कार्यक्रम में सबसे पहले तीनों के फोटो पर फूल चढ़ाया गया।
बाद में एक सभा का भी आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज का दिन काफी महत्वपूर्ण दिन है जिसदिन हमारे तीन महत्वपूर्ण व्यक्तियों का जन्म हुआ था।
सावित्रीबाई फुले ने उस जमाने में महिलाओं के लिए स्कूल का स्थापना किया जिस जमाने में शूद्रों को स्कूल में पढ़ने देना भी गलत समझा जाता है। उन्हें पीछे बैठने को मजबूर किया जाता था। सावित्रीबाई फुले ने तमाम बंधनों को तोड़ते यातनाओं को झेलते हुए न सिर्फ शूद्रों के लिए व्यक्ति समस्त समाज के लिए शिक्षा का द्वार खोल दिया।
जयपाल सिंह मुंडा जिन्होंने न सिर्फ अलग झारखंड राज्य परिकलापन किया था वल्कि उसे धरातल पर उतारने के लिए भी समस्त झारखंडियों को एकजुट किया था। उन्हीं के परिकल्पना और संघर्ष का ही परिमाण है कि झारखंड एक अलग राज्य बना। सभा के माध्यम से झारखंड सरकार से मांग किया गया कि झारखंड विधानसभा भवन में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की भव्य मूर्ति को स्थापित किया जाए।
अलग झारखंड राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रतिलाल महतो का आज जन्मदिन है। झारखंड आंदोलन के साथ साथ उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के उद्यमियों के यहाँ कार्यरत श्रमिकों के हक के लिए हमेशा संघर्षरत रहे। धीरे धीरे वे श्रमिकों के मसीहा के रूप में पहचान बनाने में सक्षम हो गए थे, दुर्भाग्य बश कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा 13 जुलाई 1999 को उनकी हत्या कर दी गई।
मौके पर कृष्णा लोहार, दीपक रंजीत, बिश्वनाथ, स्वपन महतो, बृन्दावन महतो, विष्णु गोप, सुनिल हेम्ब्रम, ठाकुर बास्के, रामपद सिंह सरदार, विष्णु महतो, बिकाश महतो, मंगलराम सहिस, संतोष कुमार, निर्मल, हरिपद महतो, सुभम, विष्णु कर्मकार, तरणी सिंह, महेंद्र सिंह, भरत सिंह, पंकज महतो एंव कोलोल कर्मकार आदि लोग शामिल रहें।

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