अतिथि शिक्षकों की ओर से 24 मार्च 2021 को नाॅन काॅलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) के खिलाफ NCWEB बिल्डिंग के बाहर प्रोटेस्ट रखा गया था और इसकी अग्रिम सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन और ड्यू प्राॅक्टर को 19 मार्च को ही दे दी गई थी, इसके बावजूद पुलिस की ओर से कोविड-19 की न्यू गाइडलाइन का हवाला देकर प्रोटेस्ट को स्थगित करने को कहा गया। आपको बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय के NCWEB और SOL के अतिथि शिक्षक पिछले कई महिनों से वेतनमान को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें पिछले डेढ़ वर्ष से वेतन नहीं दिया गया है। इससे पहले भी वे ड्यू प्रशासन को चेता चुके हैं। लेकिन प्रशासन कोरोना के कारण स्टाफ की कमी और अनेकों तकनीकी खामियां गिनाने लगते हैं और जिसका खामियाजा इन शिक्षकों को भुगतना पड़ता है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में इन शिक्षकों के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाला कोई संगठन नहीं है, यहां तक कि डूटा भी नहीं, इसीलिए इन गेस्ट टीचर्स ने मिलकर ‘अतिथि शिक्षक संघ’ नाम का एक संगठन बनाया जो अभी अपनी आरंभिक अवस्था में है। कोरोना और प्रशासन के दबाव को देखते हुए शिक्षकों ने अपना प्रोटेस्ट स्थगित कर दिया और NCWEB की डायरेक्टर सुश्री गीता भट्ट को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उनकी मुख्य मांग थी कि उन्हें उनका बकाया वेतनमान जल्द से जल्द दिया जाए और मंथली पैमेंट का नियम लागू हो। इस प्रोटेस्ट का नेतृत्व उपाध्यक्ष संदीप और GTA के सचिव कर रहे थे। इन(NCWEB और SOL) दोनों ही संस्थानों के शिक्षक अस्थायी हैं, और स्थायी होना चाहते हैं, इसलिए भी वे खुलकर सिस्टम का विरोध करने से कतराते हैं।
आरती रानी प्रजापति की रिपोर्ट