महात्मा गांधी के जयंती पर सामाजिक उत्पीड़न विरोधी मोर्चा

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आजमगढ़ : देश में कानून व्यवस्था के हो रहे खात्मे,महिलाओं-मासूम बच्चियों का गिरोहबंद गैंगरेप व तेजी से बढ़ रहे जघन्य हत्याओं के खिलाफ आजमगढ़ के तत्वाधान में गांधी तिराहा, रैदोपुर स्थित गाँधीजी की प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया गया। धरने की अध्यक्षता दुखहरन राम व अनीश भाई ने संयुक्त रूप से किया और संचालन राहुल ने किया।
कार्यक्रम के शुरुवात में संदीप के गीत,”कानून को जो तोड़े-वो क्या देश बनाएंगे?” से और सूरज जी के महिला हिंसा के खिलाफत में गीत से हुआ। धरने को संबोधित करते हुए दुखरन राम ने कहा कि गांधीजी अहिंसा और शांति के पुजारी थे व गरीबों के उत्थान व महिला सुरक्षा की बात करते थे लेकिन आज देश में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। बल्कि अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ बोलने वाले, शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस प्रशासन,व्यवस्था लगातार जेल में डाल रहे हैं,फर्जी f.i.r, की धमकियां दे रहे हैं!
धरने को संबोधित करते हुए दुखरन राम ने कहा कि गांधीजी अहिंसा और शांति के पुजारी थे व गरीबों के उत्थान व महिला सुरक्षा की बात करते थे लेकिन आज देश में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। बल्कि अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ बोलने वाले, शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस प्रशासन,व्यवस्था लगातार जेल में डाल रहे हैं,फर्जी f.i.r, की धमकियां दे रहे हैं!
डॉक्टर रवींद्र नाथ राय ने कहा कि गांधीजी महिलाओं को सुदृढ़ व सहृदय मानते थे,उनके ऊपर हो रहे उत्पीड़न की बात करते थे लेकिन हाथरस की घटना ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि देश में गरीब वर्ग के लोगों का आर्थिक,सामाजिक सुरक्षा के न्यूनतम व्यवस्था भी समाप्त हो चुकी है। पुलिस प्रशासन,सरकार और न्यायालय सब मिलकर कमजोर वर्ग के खिलाफ है।
राहुल ने कहा कि भारत में प्रति घंटे 4 से 5 महिलाओं का रेप हो रहा है।ऐसे में हम सभी महिलाओं,लड़कियों के साथ खड़े होते हैं चाहे वो किसी भी धर्म और जाति की हो।सबको भी सभी पीड़िताओं के साथ खड़ा होना चाहिए।हमें इस तरह हो रहे जघन्य अपराध के स्थाई हल के लिए आंदोलन करना चाहिए।अपनी अपनी चुप्पी तोड़ना चाहिए और नए समाज को बनाने के लिए आगे आना चाहिए।जिसमे जघन्य हत्याओं और रेप के पीछे के वास्तविक जिम्मेदार सामाजिक , आर्थिक और सांस्कृतिक कारणों को खत्म करते हुए।एक नए समाज की व्यवस्था करनी चाहिए।जिसमे सबको बराबरी का सम्मान,आज़ादी और समानता हासिल हो।
महताब आलम ने कहा कि गांधी के सपनों का भारत दूर-दूर तक बनता हुआ नहीं दिख रहा है। दान बहादुर मौर्य और अनीश भाई ने हाथरस सहित पूरे देश में छात्राओं,महिलाओं के साथ हो रही गैंगरेप की घोर निंदा की।
 छात्र नेता अजय ने बोला कि गांधी के इस देश में आज अहिंसा और शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे नौजवानों छात्राओं महिलाओं और यहां तक कि बलात्कार पीड़ितों को आए दिन पुलिस प्रशासन धमका रही है और जेलों में ठूंस रही है। आर्यन ने बोला छात्रों,युवाओं! आपको हर गलत के खिलाफ, हर अन्याय के खिलाफ एकजुट होना है।हमें जातिगत और धार्मिक गिरोह बंदी में शामिल नहीं होना है। अंत मे मोर्चा के तरफ से अवधेश, अजय, आर्यन, स्वदेश, राहुल ने गाँधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए।पुनः बड़े कार्यक्र अनीश भाई,अजीत,आकाश,महताब आलम,राहुल,दान बहादुर मौर्य अखिलेश,रवि,अजय,स्वदेश, तेज बहादुर,आर्यन,संदीप,अनिकेत,प्रशांत, हरिकेश,राकेश,अम्बिका,सर्वजीत,शिवधन,सुरेंद्र,मोहम्मद खालिद,अवधेश,आशीष, श्रेय,उमेश, आदि लोग उपस्थित होकर कानून के खात्मे,महिला हिंसा,जघन्य हत्याओं के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया।

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