NCWEB और SOL क्र्मश: नॉन कॉलिजिएट विमुन एजुकेशन बोर्ड और स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग ऐसे संस्थान हैं जो वंचितों की शिक्षा व्यव्स्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उसमें भी NCWEB विशेष उल्लेखनीय है क्योंकि यह महिला शिक्षा पर केंद्रित है। इन सस्थानों की शिक्षा व्यवस्था को जितना दुरुस्त होना चाहिए था वह उतनी ही बदत्तर है। यहाँ छात्र से लेकर शिक्षक सभी परेशान रहते हैं। एसऑएल के छात्र अक्सर किताबें कक्षाएं न मिलने की शिकायत करते हैं। ध्यान रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के यह संस्थान बेहतर महंगी शिक्षा को न ले पाने वाले गरीब, पढाई के साथ काम करने वाले छात्र, विवाहित महिलाएं जो रोज जाकर कक्षाएं लेने में समर्थ नहीं है, और ऐसी मानसिकता के लोगों को एक विकल्प देते हैं। इसलिए यहां की शिक्षा और उसकी व्यवस्था उत्तम से भी अच्छी की जाए तो गलत नहीं होगा। जहां एक तरफ यह संस्थान शिक्षा में ढ़ील दे रहे हैं दूसरी ओर अपने शिक्षकों को आर्थिक, मानसिक प्रताडित भी करते हैं। इन सस्थानों का अलिखित नियम है कि अतिथि शिक्षकों को दिए जाने वाला वेतनमान 6 साल माह में दिया जाए। मतलब आप पढा कर भूल जाईए। कभी पैसे आये तो ठीक वर्ना बार बार फॉर्म भरवाये जायेगे। कुछ ऐसा ही कोरोना काल में हुआ। आज 21.09.2020 को मै यह बात लिख रही हूँ एसऑएल के शिक्षकों का पिछले सितम्बर का वेतनमान अभी तक नहीं आया है। कुछ कॉलेज में इस प्रक्रिया को पूरा किया गया कुछ अभी तक बैठे है। NCWEB ने वेतनमान 1500 प्रति कक्षा के हिसाब से फोर्म भरवा कर, सितम्बर 2019 के बेतनमान में 500 रुपये प्रति कक्षा के हिसाब से कटौती की है। जिसका कारण तक वह शिक्षकों को नहीं बता रहे हैं, न ही इस विषय में कोई नोटिस जारी किया गया है कि कब और कैसे बाकी के पैसे शिक्षक को प्राप्त होंगे। जनवरी से मई तक के वेतनमान को अप्लाई किया जा चुका है लेकिन उस पर कोई कार्यवही अभी नही हुई है। एक NCWEB के शिक्षक का पूरे सत्र का वेतनमान एक रेगुलर कॉलेज एक माह के वेतन से भी कम है। SOL में हालत तो और बुरी हैं। लेकिन फिर भी इस तरह का व्यवहार शिक्षा और शिक्षक के प्रति प्रशासन की ईमानदारी को बताता है। अपनी मेहनत की कमाई के लिए शिक्षक साल से इंतजार रहे हैं। इसी दमनकारी रवैये का ऑनलाइन विरोध 28 सितम्बर को किया जाएगा। जिसमें हमारे दो मुद्दे प्रमुख हैं- 1 साल से SOL के अतिथि शिक्षकों को वेतनमान न मिलने और बिना कारण बताए NCWEB के शिक्षकों का 500 रुपये प्रति कक्षा काट दिए जाने का विरोध। छात्र, शिक्षक, शोधार्थी इसमें कोई भी भाग ले सकता है। इसमें आपको हमारे समर्थन और प्रशासन के खिलाफ कुछ लिख कर अपनी फोटो सोशल मीडिया पर लगनी है जिसका समय रहेगा 2- 5 दोपहर, स्थान सोशल, तारिख- 28.09.2020