किसान आंदोलन ने समाज में जागृति लाने का काम कियाः किसान नेता शीलम झा

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शीलम झा भारती, किसान नेता ने प्रेस ब्यान में कहा संयुक्त किसान मोर्चा अब बिखर चुका है।
किसान आंदोलन को किसान राजनैतिक दल में बदल दिया और मोदी पीएम,भारत सरकार यही चाहती थी लेकिन
सर्वोदय किसान नेताओं,सर्वोदय नेत्रीयो ,लोक सेवकों सर्वोदय मित्रों ने गाँव-गाँव में घूम कर
किसान जागृति अभियान चलाया और किसान आंदोलन को जन आंदोलन में बदल दिया।
पंजाब हरियाना से बना संयुक्त किसान मोर्चा,(भारत) ने लगभग सवा साल संघर्ष के बाद मोदी प्रधानमन्त्री ने माँफी माँग कर तीन कृषि कानून वापिस की घोषणा की , जिसे अब चोर दरवाजे से राज्य सरकारों के माध्यम से मल्टीनेशनल काॅरपोरेट घरानों के दवाब में नित नये जनविरोधी कानून,जज़िया टेक्स लागू कर महँगाई ने राष्ट्र आम जन बहन-भाईयों को बेरोजगार बना कर दुनीयाँ में नम्बर एक बना दिया ।
राजकुमार भारत,वरिष्ठ किसान सर्वोदय नेता एवं संस्थापक सदस्य किसान जागृति संगठन,राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति और आजादी बचाओं आंदोलन के जेपी मूवमैन्ट से निकले सर्वोदय लोकसेवकों ने बहिष्कार का नारा पंजाब में दिया , बीजेपी सहयोगी राजनेताओं को
पिंड च वडन ना देयो
छेक देयो,किसने दिया..?
बहिष्कार करो…पूछता है?
राजकुमार भारत?
अब राजनैतिक पार्टियों के नकली किसान नेता राजनीति करना चाहते हैं,उनकी राजनीति नहीं चल रही,करोड़ों रूपिया डकार गये,किसान शहीद परिवारों को किस -किस किसान नेता ने कितना रूपिया दिया…?
शीलम झा भारती ने कहा कि
हो सकता मेरी बातों से किसी को ठेस पहुंचे इसके लिए मैं पहले ही माफी चाहती हूँ आज किसान आंदोलन बिल्कुल जाट आंदोलन की स्थिति में आ गया है सरकार चाह रही थी आपस में ही किसान नेता लड़े कुछ सबूत सरकार निकाल कर दे रही है यह पहले भी दे सकती थी पर अब दे रही है क्यों ताकि इन लोगों में फूट पडे़, फूट डालो राज करो कुछ किसान नेताओं ने अपने आप ही अपना संगठन खत्म किया और किसानों के साथ गद्दारी कर दी किसी ने मोर्चे से ऊपर जाकर इलेक्शन लड़ा और किसी ने आम समाज का चंदा चुराया यानी गद्दारी पर गद्दारी ही होती रही जिसको जहाँ जो मिला उसने उसको हजम किया कुछ लोगों ने चेहरा चमका कर पार्टियों के साथ सांठगांठ की अब भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अंदर खाते आंदोलन में भी सरकार के साथ थे और आज खड़े किसानों के साथ हैं पर तार सरकार में है किसान आंदोलन से एक जागृति समाज में जरूर आई है, बाकी हमें मिला कुछ नहीं ।
नुकसान बहुत कुछ हुआ है और जो 31 तारीख की काल है इसमें जैसे अलग-अलग बयान आ रहे है यह हमारे विनाश का कारण बनेगा यह जो आगे खड़े लोग हैं इनको सरकार या तो जेल में डाल देगी या यह किसी पार्टी के साथ समझौता कर लेंगे ।लगभग सवा साल लड़ने का क्या फायदा हुआ अभी मौका है समझ जाओ ।
चरण सिंह ने कहा था जहां कानून बनते हैं वहां पर कब्जा करो वक्त को देख कर मामले को सुलझाओ,यह मेरी निजी राय है
नहीं आने वाले समय में जो
500 लोग आज लड़ रहे हैं वह लोग भी आगे नहीं आएंगे।
शीलम झा भारती*
राष्ट्रीय अध्यक्ष (महिला मोर्चा)
संयुक्त किसान मोर्चा
राष्ट्रीय आम जन ब्रिर्गेड
केजेएस ।
वन्दे मातरम्
जय जवान जय किसान🙏

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