फरीदाबाद की व्हर्लपूल कंपनी में गैर-कानूनी वेतन कटौती एवं उसके विरुद्ध प्रदर्शनरत मजदूरों-कार्यकर्ताओं पर पुलिस दमन के खिलाफ डीसी कार्यालय के समक्ष आक्रोश प्रदर्शन

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इंडियन फेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियंस (सर्वहारा)

प्रेस विज्ञप्ति
15 फरवरी 2022

फरीदाबाद की व्हर्लपूल कंपनी में गैर-कानूनी वेतन कटौती एवं उसके विरुद्ध प्रदर्शनरत मजदूरों-कार्यकर्ताओं पर पुलिस दमन के खिलाफ डीसी कार्यालय के समक्ष आक्रोश प्रदर्शन

फरीदाबाद, हरियाणा : आज, 15 फरवरी 2022 (रविवार) को, फरीदाबाद उपायुक्त (डीसी) कार्यालय के समक्ष, सेक्टर 20, फरीदाबाद स्थित व्हर्लपूल कंपनी द्वारा अपने ठेका मजदूरों की नाजायज़ वेतन-कटौती और उसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मजदूरों, कार्यकर्ताओं व पत्रकारों पर पुलिसिया दमन के विरुद्ध इफ्टू (सर्वहारा) के बैनर तले आक्रोशपूर्ण विरोध प्रदर्शन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसके अंत में हरियाणा के मुख्यमंत्री को फरीदाबाद उपायुक्त के मार्फत ज्ञापन सौंपा गया।

करीब साढ़े 11 बजे सुबह मजदूरों व कार्यकर्ताओं का जत्था एकताबद्ध कतारों में अपनी मांगों के साथ ज़ोरदार नारे लगाते हुए लघु सचिवालय पहुंचा जहां पुलिस ने परिसर में प्रवेश अवरुद्ध करने हेतु बैरिकेड लगाए हुए थे। मुख्य द्वार पर ही जुलूस एक आम सभा में तब्दील हो गई। सभा का संचालन कॉ. सत्यवीर सिंह ने किया और इस सभा की पृष्ठभूमि को सबके सामने प्रस्तुत किया। ‘मज़दूर समाचार’ से कॉ. नरेश ने वक्तव्य रखा और घटनाक्रम व उनके साथ हुए पुलिस दमन की आपबीती को सामने रखते हुए मजदूरों व कार्यकर्ताओं के लिए न्याय की मांग को पुनः प्रस्तुत किया। इसके साथ बिरादराना मजदूर संगठनों व ट्रेड यूनियनों से दीपक (इंकलाबी मजदूर केंद्र), आर.एन. सिंह (एटक) और जवाहर लाल (आई.सी.टी.यू.) ने सभा में प्रस्तुत मांगों के समर्थन में उत्साहवर्धक वक्तव्य रखे। जुलूस में आर.डी. यादव (एच.एम.एस.) भी उपस्थित थे। तमाम सोशल मीडिया चैनलों ने प्रदर्शन को कवर किया और ‘वर्कर्स यूनिटी’ मीडिया की ओर से संदीप राउज़ी ने प्रदर्शन का लाइव कवरेज किया। अंत में इफ्टू (सर्वहारा) की ओर से कॉ. सिद्धांत ने बिरादराना संगठनों के सभी प्रतिनिधियों एवं मीडिया कर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए और मांगों की पूर्ति के लिए आगे कार्रवाई जारी रखने की बात कहते हुए समापन वक्तव्य दिया।

वाकया यह है कि व्हर्लपूल कंपनी के सामने वाली सड़क निर्माणाधीन होने के मद्देनज़र प्रबंधन ने मजदूरों को 23 जनवरी से एक सप्ताह की छुट्टी पर जाने को स्वयं कहा, जबकि मज़दूरों ने छुट्टी की कोई मांग या शिकायत नहीं की थी, और उसी सप्ताह गणतंत्र दिवस और एक रविवार की आम छुट्टियां भी शामिल थीं। हालांकि जब जनवरी महीने का वेतन खातों में जमा हुआ तब मज़दूरों को पता चला कि पूरे सात दिन का, यानी एक-चौथाई, वेतन काट लिया गया है। प्रबंधन पर मज़दूरों की गुहार और अपीलों का कोई असर नहीं होने पर 10 फरवरी को लगभग 1200 मज़दूर कंपनी गेट पर जमा हो प्रदर्शन करने लगे। मज़दूरों के हितों से सरोकार रखने वाले कार्यकर्ता व पत्रकार भी वहां पहुंचे। प्रदर्शन के बीच ही पहले पुलिस संरक्षण और मुजेसर थाना एसएचओ की मौजूदगी में गुंडों/बाउंसरों द्वारा और फिर खुद पुलिस द्वारा मजदूरों, कार्यकर्ताओं व पत्रकारों के साथ मार-पीट व धक्का-मुक्की की गई, जिसमें ‘मजदूर समाचार’ मीडिया के पत्रकार नरेश कुमार और ‘इंकलाबी मजदूर केंद्र’ के साथी खीमानंद व संजय मौर्य शामिल थे। साथी नरेश को पुलिस ने ज़बरदस्ती अपनी जीप में डाला और फ़र्ज़ी, मनगढ़ंत मुक़दमा लगाकर मुजेसर थाना हवालात में बंद कर दिया जहां उन्हें पूरी रात हवालात में बंद रखा गया और वे अगले दिन ही ज़मानत पर रिहा हो पाए।

इस घटनाक्रम के मद्देनज़र इफ्टू (सर्वहारा) द्वारा जारी ज्ञापन में व्हर्लपूल मजदूरों की वेतन-कटौती का अविलंब संपूर्ण भुगतान, पुलिस दमन व हिंसा के घटनाक्रम की उच्च-स्तरीय जांच व त्वरित कार्रवाई, नरेश कुमार पर लादे गए फर्ज़ी मुकदमों को रद्द करने, और पूरे फरीदाबाद में श्रम कानूनों को सख्ती से लागू करने की मांगों को उठाया गया। सभा के अंत में सिटी मजिस्ट्रेट प्रदर्शन स्थल पर आए और प्रदर्शनकारियों की मांगों को सुना व उन पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उपायुक्त के मार्फत हरियाणा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन को उन्हें सौंपा गया जिसके बाद जोशपूर्ण नारों के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।

जारीकर्ता
विदुषी प्रजापति
समन्वयक, दिल्ली एनसीआर
इंडियन फेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियंस (सर्वहारा)

मो. 9598367286

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