संयुक्त किसान मोर्चा (भारत) किसान जागृति संगठन के राष्ट्रीय महासचिव एंव सर्वोदय किसान नेता राजकुमार भारत ने कहा भारत छोडो़ (9 अगस्त 1942) क्रांति -दिवस की 80वीं वर्षगांठ पर अपील करते हुए संगठन की महिला मोर्चा की अधयक्षा शीलम झा भारती , रजत शर्मा युवा मोर्चा अध्यक्ष ने संयुक्त बयान में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पूंजी पर आधारित शोषण , सम्राज्यवादी एंव विस्तारवादी आम जनता पर स्थापित करने वाली दलीय राजनीति से मुक्ति पाने के लिए ग्रामस्वराज एंव ग्रामसभा के शसक्तिकरण के लिए किसानों, मजदूरों, कामगारों व राष्ट्रीय आम जन को सत्य प्रेम से मित्र बन कर संगठित होना होगा और संघर्ष करना होगा, झूठे मुकदमें भी बनेंगे, जेलों में भी जाना होगा, लाठी गोली भी खानी होगी, पानी की बौछारें भी सहनी होगी।
हमारे बच्चों, साथियों को मार खाने की व्यवस्था को जड़ से उखाड़ने का वक्त आ गया है।
करो या मरो , आंदोलन करना होगा।
राजकुमार भारत ने अपील करते हुए कहा फसलों तथा नस्लों को बचाना बहुत जरूरी हो गया है।
फसलों के उत्पादन लागत पर लाभकारी मूल्य एंव बंद पडे़ कृषि पर आधारित ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित उद्योगों को पुनः संचालित हो रहे उद्योगों में स्थानीय (क्षेत्रीय) बेरोजगार यु़वाओं को रोजगार प्राप्त करवाने के लिए भी दलीय एंव जातिय राजनीति के आधार से उन्मुक्त होकर संघर्ष करने की आवश्यकता पर बल देते हुए शहीदों के सपनों का नया भारत बनाने के लिए तीसरा स्वाधीनता संग्राम शुरु हो चुका है।
संपूर्ण-क्रांति ही मार्ग है।
बहिष्कार करों………
लडेंगे , जीतेंगे
जय किसान जय जवान ।
शीलम झा भारती*
सर्वोदय नेत्री ।