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विगत दिनों ग्राम मोहनगंज गोहरी थाना फाफामऊ प्रयागराज में दलित परिवार के चार सदस्यों की जघन्य हत्या व सामूहिक बलात्कार की घटना के संदर्भ में दिनांक 7/12/2021 को राष्ट्रीय दलित न्याय आंदोलन, भारत जन ज्ञान विज्ञान समिति, डायनेमिक एक्शन ग्रुप के तत्वाधान में श्री हरीश चंद्रा जी (पूर्व IAS) के नेतृत्व में राहुल सिंह एडवोकेट (राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी राष्ट्रीय, दलित न्याय आंदोलन नई दिल्ली), रामकुमार (निदेशक डग लखनऊ), रामदुलार एडवोकेट (राज्य जनरल सेक्रेट्री राष्ट्रीय दलित मानव अधिकार अभियान), सरिता गौतम , आदित्य कुमार, वाग्यता, सृष्टि, डॉक्टर आरपी गौतम आदि राष्ट्रीय स्तर की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम द्वारा घटनास्थल पर भ्रमण कर घटना का तथ्यान्वेषण किया गया और जिलाधिकारी प्रयागराज से मुलाकात कर तथ्यों अवगत कराया गया । तथ्यान्वेषण के दौरान घटना के संदर्भ में पीड़ित परिवार ने बताया की उसके घर के बाहर एक चाट ठेले वाले से उसके परिवार को दिनांक _ 25/11/2021 को जानकारी हुई, तत्पश्चात परिवार के लोगों ने को घटना की सूचना पुलिस दी और थाना फाफामऊ में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया गया ।
पीड़ित परिवार के अनुसार प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या _ 256/2021 में नामजद 11 आरोपियों की इस घटना में अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई जबकि अन्य एक दलित लड़के को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है ।
दरअसल घटना की शुरुआत वर्ष 2019 से हुई जिसके संदर्भ में तथ्य यह है कि पीड़ित परिवार को सरकार से 10 बिस्वा पट्टे में मिली हुई जमीन में बोई गई फसल को दबंग आरोपियों द्वारा अपने पालतू पशुओं से जबरन नुकसान कराया जाना और इसकी शिकायत जब पीड़ित परिवार द्वारा आरोपियों से किया गया तो दबंगों ने दिनांक 5/9/ 2019 को लाठी डंडे से फूलचंद व उनके परिवार को मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पुलिस द्वारा समुचित कार्यवाही न होने से दबंग आरोपियों का हौसला बढ़ता गया और यह घटनाक्रम रुकने के बजाय द्वारा आगे भी गंभीर होता गया
वर्ष 2020 में मृतक फूलचंद और उनके परिवार के साथ मारपीट की गई थी लेकिन पुलिस द्वारा कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, पुनः 21/9/ 2021 को सो रहे मृतक परिवार के घर में घुसकर मारपीट किया गया और महिलाओं से छेड़छाड़ किया गया जिसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज हुई लेकिन पुलिस ने समय पर कोई कार्यवाही नहीं की और अंततः 25/11 /2021 को दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट में पीड़ित परिवार के चार सदस्यों की जघन्य,बर्बर हत्या और सामूहिक बलात्कार की घटना ने मानवता को शर्मसार करने के साथ ही कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया।
इस घटना में पुलिस द्वारा पड़ोस के गांव के महारानी दिन पटेल के दो पुत्रों को रात्रि 1:00 बजे गिरफ्तार किया वह और लकड़ी काटने वाली कुल्हाड़ी भी अपने साथ पुलिस उठा ले गई, इसके अलावा पवन सरोज नाम के युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जबकि गिरफ्तार परिवारों के अनुसार पुलिस जबरन उनके बच्चों को जबरन फंसा रही है ।
घटनाक्रम में पुलिस की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रहा है । ऐसा लगता है कि पुलिस नामजद अभियुक्तों को संरक्षण दे रही है तथा उन्हें बचा रही है घटनाक्रम में पुलिस को भूमिका इसी तरफ इंगित कर रहे हैं ।
फैक्ट फाइंडिंग टीम द्वारा सिफारिशें/ मांगे
1 इस घटना की सीबीआई जांच कराया जाना आवश्यक और न्याय संगत है तथा इसकी निष्पक्षता पूर्वक जांच होनी चाहिए
2) पकड़े गए जिन लड़कों के खिलाफ मुकदमा अभी तक नहीं लिखा गया है, उन्हें जांच पड़ताल करके छोड़ दिया जाना चाहिए ,
3) वर्तमान हत्याकांड के पूर्व में घटित घटना क्रम में जिम्मेवार पुलिसकर्मियों/ अधिकारियों के खिलाफ एससी एवं एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच किया जाय,
4)वर्तमान हत्याकांड में नामजद सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए
5)जिला प्रशासन इस हत्याकांड में नामजद सभी आरोपियों का डीएनए जांच कराए जिससे वास्तविक आरोपी पकड़े जाए,
6)पीड़ित परिवार को निशुल्क शस्त्र लाइसेंस दिया जाए
7)पीड़ित परिवार को न्यायालय में ट्रायल पूरा होने तक पुलिस की सुरक्षा प्रदान किया जाए
8)पूर्व में मृतक परिवार के साथ घटित घटना में (एफआईआर नंबर 847/ 2019) अभी तक आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल नहीं हुआ जिसे तत्काल दाखिल किया जाए ।