रामगंज, अयोध्या। साहित्यकार आर. डी. आनन्द ने दशरथ वाटिका मैरिज हाल, गोसाईगंज, फैज़ाबाद में बौद्ध रत्न रामजीत गौतम द्बारा लिखित पुस्तक ‘डा. अम्बेडकर सुधा सरोवर’ का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, साहित्य समाज का आइना होता है तथा राजनीति के आगे-आगे चलने वाली मशाल है। एक लेखक समाज का नेतृत्व करता है और समाज की विकृतियाँ को समाप्त करने के लिए सही दिशा देने का प्रयास करता है लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि दलित समाज में अभी तक पूरे पूर्वांचल में दलित साहित्यकारों का अभाव है। श्री रामजीत गौतम जैसे उदित होते साहित्यकारों से समाज को बहुत भला होगा। अन्य समाज में लोग अपने समाज के विकास के लिए प्राणों तक का उत्सर्ग कर देते हैं लेकिन दलित समाज के पढ़े-लिखे नौकरियाफ्ता साथी सिर्फ एक मकान और गाड़ी तक सीमित रहकर अपने जीवन के मकसद की इति कर देते हैं। उन्होंने ‘डॉ. अंबेडकर सुधा सरोवर’ पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर के जीवन संघर्ष और सामाजिक दर्शन को सरोवर जल के प्रवाह की भाँति ज्ञान अर्जित करने में सहायक सिद्ध होगी। समारोह की अध्यक्षता खेमराज इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और गजलकार श्री राम चरन रसिया जी ने किया। संगोष्टी का संचालन समाज के प्रबुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और कुशल शिक्षक डॉ. मुकेश आनंद ने बहुत ही खूबसूरत ढंग से किया।
आर.डी. आनन्द
साहित्यकार आर. डी. आनन्द ने दशरथ वाटिका मैरिज हाल, गोसाईगंज, फैज़ाबाद में बौद्ध रत्न रामजीत गौतम द्बारा लिखित पुस्तक ‘डा. अम्बेडकर सुधा सरोवर’ का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, साहित्य समाज का आइना होता है तथा राजनीति के आगे-आगे चलने वाली मशाल है। एक लेखक समाज का नेतृत्व करता है और समाज की विकृतियाँ को समाप्त करने के लिए सही दिशा देने का प्रयास करता है लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि दलित समाज में अभी तक पूरे पूर्वांचल में दलित साहित्यकारों का अभाव है। श्री रामजीत गौतम जैसे उदित होते साहित्यकारों से समाज को बहुत भला होगा
विशिष्ट अतिथि दिलीप कुमार विमल जी ने ‘डॉ अंबेडकर सुधा सरोवर’ पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संघर्षरत जीवन दर्शन एवं संदेश को पहुंचाने में समर्थ होगी तथा बाबा साहब के व्यक्तित्व एवं कृतत्व व उनके विचारों को दलित समाज में चेतना पैदा कर उनका सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. बसंत कुमार जी ने पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि डॉ अंबेडकर एक युग प्रवर्तक महापुरुष थे। उनकी अमृतवाणी से सत्यनिष्ठा और सार्थक दार्शनिक विचारधारा से देश और समाज को गति प्राप्त हुई। विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त सहायक कमिश्नर घिसियावन पंकज जी ने कहा कि बाबा साहब ने अपने संपूर्ण संघर्षमय जीवन काल में जनमानस को जो कीर्तिमान योगदान दिया है वह सर्व समाज के लिए अमूल्य धरोहर हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा तथागत गौतम बुद्ध और बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के चित्र के समक्ष धूप दीप अगरबत्ती और पुष्प अर्पित करके किया। तदोपरांत, कार्यक्रम में उपस्थित रामकरण मतिमंद द्वारा बुद्ध वंदना, त्रिशरण और पंचशील का वाचन कराया गया।
कार्यक्रम में सेवानिवृत्ति सहायक कमिश्नर घिसियावन प़कज, कृपाशंकर यादव, ओम प्रकाश यादव, अमरनाथ वर्मा, स्मृति कौशल, वीरेंद्र कुमार गौतम, महेश कुमार, लालचंद, एसडीओ बृजेश कुमार, महेंद्र कुमार राव, हरिश्चंद्र, शैलेंद्र सहाय, जीत बहादुर, अरविंद गौतम, बैजनाथ, शिव शंकर, आनंद कुमार, दिलीप कुमार, आनंद कुमार, मायाराम, प्रवेश कुमार, रामदास पंकज, जगतपाल, जिया राम, विजय प्रकाश, राम बहादुर, प्रभाकर, शिवमंगल सहित आदि लोग उपस्थित रहे।