- विशद कुमार
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार सरकार द्वारा कोविड काल में हुई मौतों का आंकड़ा छुपाने के खेल का पर्दाफाश हो चुका है. पटना हाईकोर्ट द्वारा इस मामले में किया गया हस्तक्षेप स्वागतयोग्य है और हमारी मांग है कि हाईकोर्ट की निगरानी में कोविड काल में हुई सभी मौतों की जांच कराई जाए.
हमारी पार्टी लगातार कहते आई है कि सरकार जानबूझकर मौतों का आंकड़ा छुपाकर अपनी लापरवाही पर पर्दा डाल रही है. हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सरकार को मजबूरन कोविड से मरने वालों का नया आंकड़ा दिखलाना पड़ा है.
लेकिन यह भी आधा-अधूरा आंकड़ा ही है. पूरा बिहार जानता है कि कोविड के दूसरे चरण में बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई हैं. इस बार गांव-गांव तक कोविड का तेज हमला था. लेकिन एक बहुत ही छोटी संख्या का ही कोविड टेस्ट हो पाया. कोविड पाॅजिटिव रिजल्ट में भी भारी घपला है. इसलिए, हमारी मांग है कि इस दौर में हुई सभी मौतों को कोविड से हुई मौत मानी जाए और सबके लिए सरकार मुआवजे का प्रावधान करे.
हाईकार्ट ने एकदम सही कहा है कि सरकार के पास मुआवजे के लिए जो भी आवेदन आ रहे हैं, उसे सच माना जाए. बहरहाल, हमारी पार्टी गांव-गांव में इस दौर में हुई मौतों की सूची बना रही है और उसे जल्द ही सरकार को सौंपेगी.