कविता

पुरुषवाद को आड़े हाथ लेती माला सिंह की कविता : आशीष में भी-पुत्रवती हो

हम बेटियां अक्षर और मात्रा ज्ञान के शुरुआती पुस्तक से हीं हमारे साथ भेदभाव शुरू हो जाता है-- शारदा माता का आदर कर। राम अपना पाठ याद कर। रमा नल पर...

अलका प्रकाश की कविताः प्रेमचंद को बख्श दो

प्रेमचंद को बख्श दो- हे महान आलोचक प्रेमचंद के नारी पात्र को बख्श दो वह तुम्हारी कलम की मुँहताज नहीं यशलाभ के चालू नुस्ख़ों में से है यदि आप...

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दिनकर की कृतियां राष्ट्र की एकता में सहायकः  प्रो. सदानंद शाही

विविधता का सम्मान करने वाला है एकता का नायक होता हैः प्रो. अवधेश प्रधान वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सरदार...

लड़की भगाने वाला धराया, बड़ागाँव थाने के युवा प्रभारी राजकुमार पांडेय की हो रही है जय-जय

वाराणसीः युवा रक्त की गर्मी से इतिहास का पहिया आगे की ओर बढ़ता है, देश-समाज मनुष्यता और समाजिक सरोकार...

युवा रक्त की गर्मी से इतिहास का पहिया आगे बढ़ता हैः मयंक

वाराणसीः “कासा, लखनऊ” द्वारा “सामाजिक परिदृश्य में युवाओ की :- भूमिका एवं रणनीति” विषय पर एक “युवा सम्मलेन” का...

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