वाराणसीः व्यावहारिक कला विभाग, दृष्य कला संकाय, काषी हिन्दू विष्वविद्यालय में अर्न्तराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कार्यषाला ‘‘टाइपोडे-2023 (अध्यात्म एवं टाइपोग्राफी)’’ का आयोजन आज दिन गुरूवार, दिनांक 26 अक्टुबर को अभिकल्प विद्यालय, भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान बाम्बे, मुम्बई, महराष्ट्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस अर्न्तराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कार्यषाला का उद्घाटन संकाय प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष डॉ. उत्तमा दिक्षित एवं मुख्य अतिथियों-प्रो. जी.वी. श्रीकुमार; श्री हिरल भगत; श्री कैलाष मालवीय; श्री नारायण भत्तारिथी; प्रो. संतोष क्षीरसागर; श्री मुथु नेदुमरन; प्रो. रवि प्रोवई; प्रो. अजंता सेन; प्रो. कुमकुम नादिग, प्रो. चैतन्य गोखले; श्री नोपुर दत्या; श्री अच्युत पल्लव, श्री अषोक गोपाल परब द्वारा दिप प्रज्जवलित करके किया गया तथा इसके साथ ही विष्वविद्यालय के कुलगीत एवं अतिथियों द्वारा संकाय स्थित तालाब में अक्षर दिया प्रवाहित किया गया तथा सभी अतिथियों को शॉल एवं मोमेन्टो देके उनका स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ मनीष अरोरा एवं डॉ. आषीष कुमार गुप्ता ने बताया की इसी क्रम में 12 कार्यषालाओं का आयोजन भी संकाय के विभिन्न लैबों एवं कक्षाओं में आयोजित किया गया जो प्रातः 10 बजे सांय 6 बजे तक चलेगी जिनका विषय एवं विषेषज्ञ निम्नवत है-
प्रो. जी.वी. श्रीकुमार- स्टोरी टेलिंग एण्ड नरेटिव थु्र टाइपोग्राफी; श्री हिरल भगत- सैक्रेड स्ट्रोक ऑफ कैलिग्राफी; श्री कैलाष मालवीय-लेटर इन हारमोनीः द फर्स्ट स्टेप टू टाइप डिजाइन; श्री नारायण भतारिथी-मलयालम कैलिग्राफी; प्रो. संतोष क्षीरसागर- बेसिक कैलिग्राफी के परें कैसें सोचे?; श्री मुथु नेदुमरन-डिजाइनिंग लेटर फॉर स्क्रिप्त हारमोनी; प्रो. रवि प्रोवई एवं डॉ अजंता सेन-टाइपोग्राफिकल ग्राफिकोलाजेषन एण्ड विजुअलाइजेषन ऑफ टाइपोग्राफी; प्रो. कुमकुम नादिग एण्ड प्रो. चैतन्य गोखले- एक्प्रेसिव टाइपोग्राफी टू विजुअल कबीर दोहास; श्री नुपुर दत्त-सामान्तर रेखंाकन; श्री अच्युत पल्लव- द मैजिक आफ फ्युजनः अ कैलिग्राफी वर्कषाप; श्री अषोक गोपाल परब- डेमिस्टिफाइंग ब्राह्मी गोइंग टू द रूट ऑफ इंडियन स्क्रिप्ट।
दिन शुक्रवार दिनंाक 27 अक्टुबर 2023 एवं दिन शनिवार दिनांक 28 अक्टुबर 2023 को प्रातः 9 से सांय 6 बजे तक अर्न्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन शताब्दी सभागार, कृषि विज्ञान संस्थान, काषी हिन्दू विष्वविद्यालय मे किया जायेगा। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम के दौरान 300 प्रतिभागी (वरिष्ठ संकाय सदस्य/ प्रोफेषनल/छात्र एवं छात्राएँ) जो कि भारत व विदेष के प्रमुख डिजाइन एवं कला संस्थानों भी प्रतिभागिता करेंगें।
इस अवसर पर संकाय सदस्य डॉ. शान्ति स्वरूप सिन्हा, डॉ राजीव मण्डल, डॉ सुरेष चन्द्र जांगीड़, डॉ. महेष सिंह इत्यादि अध्यापक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें।