बोकारो – आज दिनांक 12/08/2020 को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के बोकारो इकाई की बैठक सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बोकारो के सिटी पार्क के सामने हुई। अनिश्चित कालीन हड़ताल के 17 वें दिन जिले के सभी प्रखंडों के मनरेगा कर्मी बैठक में उपस्थित हुए। संघ ने एक स्वर में मनरेगा कमिश्नर के इशारे पर परदेश अध्यक्ष अनिरुद्ध पाण्डेय पर दुर्भावना से ग्रस्त होकर एकतरफा कार्यवाही करते हुये बर्खास्तगी की घोर निन्दा की।
जिला अध्यक्ष सैयद नन्हें परवेज़ ने कहा कि एक तरफ माननीय मंत्री वार्ता कर हड़ताल तुड़वाने का कार्य कर रहे थे, तथा सभी मनरेगा कर्मी वापसी का मन बना चुके थे, वहीं राज्य का अफसशाही संघ के अध्यक्ष पर कार्यवाही कर रहे थे। ऐसा प्रतीत होता है कि झारखंड में नौकरशाह बेलगाम हो चुके हैं। मनरेगा कमिश्नर महोदय पिछले 5 सालों से एक ही पद पर आसीन हैं और वे ना तो मनरेगा योजना के हित में काम कर रहे हैं और ना ही मनरेगा कर्मी के हित में पहल करते हैं।
संघ ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया की जब तक 5 सूत्री मांगों पर लिखित समझौता नहीं होता, हड़ताल जारी रहेगा।
13 सालों से जीवन का बहुमूल्य समय हमने मनरेगा में दिया है, अल्प मानदेय के अलावा कोई भी सामाजिक सुरक्षा नहीं है। कई लोग काम के दौरान मर गए, एक रुपया भी मुआवजा नहीं मिला। पिछले विधानसभा में बोकारो के मनरेगा के कनीय अभियंता को इलेक्शन ड्यूटी के दौरान मौत हो गई, एक पैसा भी उनकेे आश्रितों को नहीं मिला। बैठक में निर्णय लिया गया जीवन बीमा, अकारण बर्खास्तगी, ग्रेड पे, समान काम समान वेतन, स्थायीकरण आदि मांगे लिखित में नहीं मिलती हैं तब तक सभी लोग हड़ताल में रहेंगे, परिणाम कुछ भी हो।
- झारखण्ड राज्य मनरेगा की अनिश्चितकालीन हड़ताल
- काम के दौरान मृत कर्मचारियों को मुआवजा नहीं
- मनरेगा कमिश्नर द्वारा कर्मचारियों के प्रति उदासीनता
- जीवन बीमा, अकारण बर्खास्तगी, ग्रेड पे, समान काम समान वेतन, स्थायीकरण की मांग
बैठक में सुनील चन्द्र दास, लालचंद महतो, अभय कुमार, आनंद लाल माहथा, सहदेव महतो, संजय कुमार, नंदकिशोर मेहता, ईश्वर साव, प्रभात कुमार, उमेश तुरी, खुलेस्वर महतो, आशा कुमारी, अशोक रजवार, पद्मलोचन गोराई, भीम कुमार, मंजूर अंसारी इत्यादि मनरेगाकर्मी मौजूद थे।