सुनिल पुर्ती
बोकारो : झारखंड के वीर सपूत धरती आबा वीर बिरसा मुंडा की 120वीं पुण्यतिथि मंगलवार को बिरसा मुंडा समिति के तत्वावधान में बोकारो के नया मोड़ स्थित बिरसा चौक और सेक्टर 12, 4 – लेन स्थित बिरसा बासा के प्रतिमा स्थल पर पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष योगो पुर्ती ने की। अवसर पर योगो पुर्ती ने कहा कि समिति विगत कई वर्षों से शहादत दिवस मनाती आ रही है। इस वर्ष भी बिरसा मुंडा समिति द्वारा नया मोड़ स्थित बिरसा चैक पर स्थापित भगवान बिरसा की प्रतिमा को स्नान कराकर पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया।
अधिवक्ता रंजीत गिरी ने कहा कि बिरसा मुंडा एक महान वीर योद्धा एवं झारखंड उलगुलान के क्रांतिकारी सपूत थे। उन्होंने झारखंड के लोगों, आदिवासियों की अस्मिता और पहचान के लिए एक सशक्त आंदोलन चलाया था। बिरसा मुंडा की शहादत को अनंत काल तक याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिरसा ने युवाओं को एक जुट कर आजादी की लड़ाई शुरू की थी। झारखंड अलग राज्य की स्थापना उन्हीं की जयंती के दिन हुआ है और झारखंड को हम सब मिल कर उनके सपने की तरह बनाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका अबुआ दिशोम अबुआ राज का सपना अभी अधूरा है। इसलिए हम सबों को बिरसा मुंडा के पवित्र प्रेरणा और आदर्शों को आज अपनाने की जरूरत है।
अवसर पर संजू समानता, रेंगो बिरुवा, झरीलाल पात्रा, रूपलाल मांझी, संजय कुमार, माधव मालाकार आदि ने बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । वहीं जयपाल नगर में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्य अतिथि सीडब्ल्यूसी के पूर्व चेयरमेन डॉ विनय योग ने कहा कि बिरसा मुंडा झारखंड के एक आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और लोक नायक थे। अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में उनकी ख्याति जग जाहिर है। सिर्फ 25 साल के जीवन में उन्होंने इतने मुकाम हासिल किये कि हमारा इतिहास सदैव उनका ऋणी रहेगा। मौके पर सुभाष समाड, सुपाई गोडसोरा, सुनीता गोडसोरा, सावित्री समाड, लक्ष्मी बानरा, कुशुन शर्मा ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी।