संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को BHU में एक वर्ष की प्रतिनियुक्ति का मिलेगा अवसर

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शैक्षणिक संबंधों को मज़बूती तथा सहयोगात्मक शोध को प्रोत्साहन के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की नई योजना

वाराणसी, 16.10.2023: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों और शिक्षकों के अनुकूल व विकासोन्मुखी शैक्षणिक वातावरण विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर निरन्तर आगे बढ़ रहा है। इस क्रम में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए विश्वविद्यालय ने एनी बेसेंट कॉलेज टीचर एक्सचेंज प्रोग्राम आरंभ किया है, जिसे शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, की इंस्टिट्यूशन ऑफ एमिनेंस योजना के अंतर्गत शुरु किया गया है। यह योजना प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं समाज सुधारक तथा भारत में एक प्रभावी व मज़बूत शिक्षा व्यवस्था की पैरोकार डॉ. एनी बेसेंट के नाम पर है और शिक्षा के लिए उनके समर्पण व संघर्ष को समर्पित है। इस योजना से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों – आर्य महिला पीजी कॉलेज, डीएवी डिग्री कॉलेज, वसंत कन्या महाविद्यालय तथा वसंत कॉलेज फॉर वूमेन, के बीच शैक्षणिक सहयोग और संबंधों को नई गति व ऊर्जा मिलेगी।

योजना के तहत संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों को एक शैक्षणिक वर्ष के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर कार्य करने का अवसर मिलेगा जिससे उनके शैक्षणिक, शोध व पेशेवर विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। योजना के तहत चयनित संकाय सदस्यों को भारत सरकार के नियमों के अनुरूप प्रतिनियुक्ति पर लागू वेतन व भत्ते प्राप्त होंगे। इस योजना का उद्देश्य संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों के साथ जोड़ कर नए शोध एवं मौजूदा शोध कार्यों में योगदान के माध्यम से सहयोग व विविधता बढ़ाने के साथ साथ अनुसंधान को आगे ले जाना है। योजना के दौरान सभी चयनित शिक्षकों को आधुनिक अनुसंधान केन्द्रों, नई तकनीकों से लैस प्रयोगशालाओ, तथा समृद्ध पुस्तकालयों समेत की बीएचयू अनेक उन्नत सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा है कि एनी बेसेंट कॉलेज टीचर एक्सचेंज प्रोग्राम विश्वविद्यालय में सहयोगात्मक कार्य संस्कृति को और सशक्त करने तथा बीएचयू द्वारा लाई जा रही योजनाओं का लाभ व्यापक वर्ग तक पंहुचाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। प्रो. जैन ने कहा, “एनी बेसेंट की दूरदर्शिता हमें शैक्षणिक संबंधों को सशक्त करने तथा उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने एवं संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों के क्षमता निर्माण के लिए प्रेरित करती है। यह योजना उच्च शिक्षा में गुणवत्ता तथा शैक्षणिक साझेदारियों के लिए हमारी प्रतिबद्धता को परिलक्षित करती है।“

डॉ. एनी बेसेंट ने 1898 में सेन्ट्रल हिन्दू स्कूल की स्थापना की थी, जिसे बाद में उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना समिति को सौंप दिया था। एनी बेसेंट के नाम पर इस योजना को आरंभ कर विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सहयोग व उत्कृष्टता को गति देने तथा उच्च शिक्षा की बेहतरी की दिशा में महान समाज सुधारक के विचार को आकार देने की ओर कदम बढ़ाया है।

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