25 सितंबर 2020, लुधियाना। आज पंजाब बंद के आह्वान के तहत लुधियाना के विभिन्न जनसंगठनों ने डीसी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन करके मोदी हुकूमत के नए कृषि, श्रम व बिजली कानूनों को तुरंत रद्द करने की माँग की। संगठनों ने प्रधान मंत्री मोदी का पुतला भी फूँका। इलाके में पैदल मार्च भी किया गया। संगठनों ने रेलवे, बिजली समेत अन्य सरकारी अदारों के निजीकरण, नई शिक्षा नीति, जनवादी अधिकारों को कुचलने, जनवादी अधिकार कार्यकार्ताओं/बुद्धिजीवियों के दमन व हुक्मरानों की अन्य जनद्रोही नीतियों के खिलाफ़ भी सख्त रोष व्यक्त किया। डीसी लुधियाना के जरिए भारत सरकार को माँग भेजा गया है। जनसंगठनों का कहना है कि नए कृषि, श्रम और बिजली कानून भले ही जनकल्याण के नाम पर लाए गए हैं लेकिन वास्तव में ये घोर जनविरोधी कानून हैं जो देशी-विदेशी पूँजीपतियों के फायदे के लिए लाए जा रहे हैं। संगठनों ने इन कानूनों को मज़दूरों, मुलाजिमों, गरीब किसानों व समाज के अन्य मेहनतकश तबकों के खिलाफ और राज्यों/राष्ट्रीयताओं की खुदमुख्तियारी पर हमला करार देते हुए इन्हें तुरंत रद्द करने की माँग की है।
प्रदर्शन को टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन के राजविंदर सिंह, मोल्डर एंड स्टील वर्कर्ज यूनियन हरजिंदर सिंह, इंकलाबी मज़दूर केंद्र के सुरिंदर सिंह, नौजवान भारत सभा की बिन्नी, पलस मंच के कस्तूरी लाल, इंकलाबी नौजवान विद्यार्थी मंच के हरशा सिंह, तर्कशील सोसाइटी के दलबीर कटाणी, जमहूरी अधिकार सभा के प्रो. जगमोहन सिंह, कारखाना मज़दूर यूनियन के लखविंदर, लोक एकता संगठन गल्लर चौहान, डेमोक्रेटिक टीचर्ज़ फ्रंट दलजीत सिंह, डेमोक्रेटिक लॉयर्स ऐसोसिएशन के कुलदीप सिंह, म्यून्सिपल कर्मचारी वेल्फेयर कर्मचारी संघ के दीपक हांस, डॉ. अंबेडकर एकता मिशन के विक्रांत सिद्धु, मेडीकल प्रेक्टीशनर एसोसिएशन सुरजीत सिंह, नेपाली एकता समाज भारत के महेंद्र धमारे, पंजाब रोडवेज इंप्लाइज यूनियन (आज़ाद) अमरजीत सिंह आदि ने संबोधित किया।
जारी कर्ता-
राजविंदर सिंह,
अध्यक्ष, टेक्सटाइलह हौज़री कामगार यूनियन, पंजाब।
संपर्क – 8360766937