मिर्जामुराद : प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर में किसानों और लोक समिति कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। गाँव के लोक समिति आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर और शहीद हुए किसानों की याद में दिये जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
नन्दलाल मास्टर ने कहा है कि हम सरकार द्वारा किसानों की राय लिये बिना लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं।केंद्र सरकार द्वारा धरनारत किसानों की बात न सुनना निंदनीय है। आंदोलन के दौरान बहुत सारे किसान नेताओं और आंदोलनकारियों को नजरबन्द करके लोकतंत्र की हत्या कर रही है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार दिया गया है, लेकिन लगता है कि सरकार संविधान में विश्वास नहीं रखती।
इस दौरान हुई सभा में किसानों ने कहा कि किसानों के लिए सरकार जो तीन काले कानूनों को लेकर आई है. वह किसान के साथ ज्यादती है. किसान विरोधी काले कानून के खिलाफ आंदोलन करते हुए जिन जिन किसानों ने अपनी शहादत दिया है, हम उनको नमन करते हैं. अगर सरकार यह तीन काले कानून नहीं लाती तो आज किसान की ऐसी दुर्दशा नहीं होती. किसान आज भी इतनी सर्दी और करोना काल में अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है. फिर भी सरकार की आंखें नहीं खुल रही है. जो किसान इस देश के लिए अन्न पैदा करता है. आज वही किसान सड़क पर उतरकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने नये कृषि कानूनों को अविलम्ब निरस्त करने की मांग की है।
लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा है कि हम सरकार द्वारा किसानों की राय लिये बिना लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं।केंद्र सरकार द्वारा धरनारत किसानों की बात न सुनना निंदनीय है। आंदोलन के दौरान बहुत सारे किसान नेताओं और आंदोलनकारियों को नजरबन्द करके लोकतंत्र की हत्या कर रही है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार दिया गया है, लेकिन लगता है कि सरकार संविधान में विश्वास नहीं रखती। कड़ाके की ठंड में किसान सड़कों पर हैं, लेकिन केंद्र सरकार के कान पर जूं तक नही रेंग रही है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार किसानों से उनकी जमीन छीनने का षड्यंत्र रच रही है।

कार्यक्रम में मुख्यरूप से नन्दलाल मास्टर, तपेदार,कल्लू,सुरेन्द्र, राजनाथ,सतीस,पिन्टू, काशीनाथ, शरधा, विजय कुमार, सुनील मास्टर, शिवकुमार, सोनू, अमित, रामबचन, सोनी, अनीता, आशा, पंचमुखी, विद्या, अमित, शमाबानो, मनजीता, महेंद्र, श् यामसुन्दर, मधुबाला, सीमा, राजू,सरोज आदि लोग शामिल रहे। सभा का नेतृत्व लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने किया।