22 मई की सुबह 10 बजे झारखंड राज्य कामकाजी महिला यूनियन की मजदूर महिलाओं ने श्रम कानून को निलंबित किए जाने के खिलाफ अपने अपने घरों के चौराहे पर प्रदर्शन किया।
महिला मजदूरों ने सोशल मीडिया पर अपनी मांगों को प्रसारित करने के साथ साथ सोशल डिस्टेेन्सिग का पालन करते हुए अपनी मांगों को कागज की तख्ती पर लिखकर अपने अपने घरों के चौराहे पर पोस्टर लेकर खड़े हुए। जिसका मूल विषय है। “फंसे हुए श्रमिकों को अपने घरों तक सुरक्षित पहुंचाने में राहत दो।” “सभी श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था करो।” जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तस्वीरें भेजी गई और राज्य की सरकारों व केंद्र की सरकारों के लिए भेजी गई। सोशल मीडिया के माध्यम से श्रम कानून को निलंबित किए जाने के खिलाफ 22 मई को अखिल भारतीय विरोध दिवस रसुबहा सोशल मीडिया पर 10 बजे से किया गया। झारखंड राज्य कामकाजी महिला यूनियन की सविता पुर्ती, रांदे ताईसुम के नेतृत्व में किया गया।