- विशद कुमार
तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने, एमएसपी को कानूनी दर्जा देने और बिहार में एपीएमसी एक्ट लागू करने की मांग पर महागठबंधन के दलों पर आहूत मानव शृंखला में 30 जनवरी को माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य पटना में आयोजित मानव शृंखला में भाग लेंगे। मानव शृंखला में भाग लेने के लिए माले महासचिव कल सुबह 29 जनवरी को पटना पहुंच रहे हैं।
इस बीच, माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि 30 जनवरी को पूरे राज्य में ऐतिहासिक मानव शृंखला होने वाली है। भाजपा के लोग अभी से भयभीत हो चुके हैं और वे कार्यक्रम पर अनाप-शनाप बयानबाजी शुरू कर चुके हैं। बिहार की जनता उनकी हर एक चाल को समझती है। मानव शृंखला में किसानों के साथ-साथ व्यापक पैमाने पर खेत मजदूरों, बटाईदार किसानों और आम नागरिकों की भागीदारी होगी।
हमने गैर एनडीए सभी दलों, गैर राजनीतिक-नागरिक संगठनों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे 30 जनवरी की होने वाली मानव शृंखला में अपनी हिस्सेदारी निभाएं। शृंखला में मजदूर वर्ग, छात्र-नौजवानों, आशा कार्यकर्ताओं, रसोइया-आंगनबाड़ी आदि तबकों की भी भागीदारी होगी।

कहा कि भाजपा चल रहे किसान आंदोलन को जितना बदनाम करने की कोशिश कर ले, वह अपने नापाक मकसद में कभी कामयाब नहीं होने वाली है। देश की जनता अच्छे से समझ चुकी है कि भाजपा के लोग देश बेचने वाले लोग हैं और वे देश में कंपनी राज थोपना चाहते हैं। मानव शृंखला चल रहे किसान आंदोलन में एक मील का पत्थर साबित होगी।