वाराणसीः ग्राम कोइरीपुर मुसहर बस्ती ग्राम पंचायत व विकास खंड बड़ागांव में मानवाधिकार जन निगरानी समिति (पीवीसीएचआर) कार्यकर्ता मंगला राजभर ने फोन से पता किया कि 12 मुसहर परिवार के घर दो दिन से चूल्हा नहीं जल रहा है। बच्चे अँकरी खा कर अपनी भूख शांत कर रहे थे। पीवीसीएचआर के संयोजक डॉ. लेनिन रघुवंशी ने बताया कि इसकी सूचना सोशल मीडिया पर शेयर की गई। जिसके बाद थानाध्यक्ष बड़ागांव के मध्यक्षता में प्रधान पति श्री शिवराज यादव द्वारा सभी परिवार में 10-10 किग्रा आटा व 2-2 किग्रा दाल वितरण किया गया। उप जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी मुसहर बस्ती में अनाज वितरण करने हेतु पूर्ति निरीक्षक को आदेश दिया गया ।
बड़ा गाँव फोन करके हालचाल लेते रहना है। प्रशासन से कहकर मदद दिलवाई जाए। मुसहरों के पास खाना पहुँचाना है और दूरी बनाकर रखना है। उन्होंने बताया कि मुसहर समाज पहले कंदमूल खाकर ही जिंदा रहता था। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि फोन से बात करते रहें। प्राप्त जानकारी के अनुसार भट्ठों पर अभी काम चल रहा है। मालिकों ने यह बात मज़दूरों के ऊपर डाल दी है कि वे चाहें तो काम करें चाहें तो न करें। मज़दूर तो ठेके पर हैं इसलिए वह काम कर रहा है। यह तो शिक्षित वर्ग की जिम्मेदारी है कि उन्हें सरकारी आदेशों के बारे में जानकारी दे। गौरतलब है कि भट्ठा मज़दूर जब अपने घर पर रहेंगे तभी उन्हें राशन व दूसरी सरकारी मदद मिल पाएगी।
कोरोना वायरस जैसी महामारी को लेकर प्रतिदिन समुदाय के लोगों से फोन द्वारा बातचीत करके साबुन से हाथ धोने, अपने हाथ को बार-बार अपने नाक मुंह पर टच न करने, कहीं जाने आने के लिए मना करने, तथा नाक मुंह को ढक कर रखने का बार-बार सुझाव दिया जा रहा है। साथ ही साथ मुसहर बस्ती के लोगों की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी ली गई। बस्ती के नंदलाल मुसहर भदोही में गए हुए हैं। और वहां से नहीं आ पा रहे हैं। भदोही में उनका ननिहाल है। उसके बाद बच्चे लाल मुसहर को फोन किए और सीमा, सोनू, अनिता, राज कुमार, बच्चेलाल, माधुरी व समुदाय के अन्य लोगों से स्पीकर ऑन करके बात किए। तब उन लोगों द्वारा बताया गया कि हम लोग अभी भी ईंट भट्ठे पर रहकर ईंट पाथने का काम कर रहे हैं। किसी तरह मालिक द्वारा पैसा तो हम लोगों को मिल जा रहा है। लेकिन कहीं भी दुकान पर राशन नहीं मिल पा रहा है। इस कारण हम लोग खा नहीं पा रहे हैं, पहले का आटा चावल था, उसी का थोड़ा बहुत रोटी चावल पका कर खा लिए अब उपवास करने का दिन आ रहा है। साथ ही साथ बस्ती के अन्य लोगों की जानकारी लिया गया तो उनकी भी स्थिति काफी गंभीर है। अब उनके घर में चूल्हा ना जलने की स्थिति पैदा हो गई है। इसको लेकर ग्राम प्रधान के यहां फोन किए तब उनका नंबर स्विच ऑफ बता रहा था। फिर मीडिया के लोगों से बातचीत किए, तो उनके द्वारा बताया गया कि इसके लिए अगर ग्राम प्रधान एसडीएम से बात कर लेंगे, तो वहां पर अनाज वितरण एसडीएम द्वारा करवा दिया जाएगा।
लाकडाउन से मुसहर बस्तियों में आये खाद्य संकट से जूझ रहे लोगो के राशन कार्ड हैं। JMN टीम द्वारा SDM के साथ हस्तक्षेप करते हुए बस्तियों में राशन उपलब्ध कराया गया।
इसी तरह तरह अरजीलाइन ब्लाक के सजोई मुसहर बस्ती की स्थितीय रही यहाँ भी SDM को फोन से जानकारी दी गयी जिसके बाद लोगो को राशन मिला। बडगांव के बरहिकला मुसार बस्ती कोइरीपुर मुसहर बस्ती हमीरापुर मुसर बस्ती बरबसपुर मुसहर बस्ती पिंडरा ब्लाक के रायतारा मुसहर बस्ती व खरूआपर मुसहर बस्ती रमईपट्टी मुसहर बस्ती रमईपट्टी मुसहर बस्ती हमीरापु असावरी मुसहर बस्ती रमईपट्टी मुसहर बस्ती हेतु SDM को फोन से जानकारी दी गयी जिसके बाद लोगो को राशन मिला। हरहुआ ब्लाक के पुआरीखुर्द मुसहर बस्ती हेतु SDM को फोन से जानकारी दी गयी जिसके बाद लोगो को राशन मिला।
मानवाधिकार जन निगरानी समिति के तरफ से माननीय मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी महोदय से लिखा पढ़ी करने के बाद जौनपुर जिला के सकरा मुसहर बस्ती में कुल 22 लोगों को राशन मिला। सरकारी प्रतिनिधि द्वारा उक्त गांव के 26 मुसहर का आधार कार्ड, पासबुक और फ़ोटो खीचकर राशन कार्ड बनाने के लिए ले गए। उन्होंने मुसहर बस्ती के लोगो से कल कार्यालय आकर कार्ड ले जाने के लिए कहा।